जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय नौसेना के 26 वर्षीय लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को आज करनाल में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जा रही है। इससे पहले उनके करनाल स्थित निवास पर दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। विनय नरवाल अमर रहें के नारों से गूंजती गलियों में जब शहीद की अंतिम यात्रा निकली, तो हर आंख नम हो गई।
इस अंतिम यात्रा में एक भावुक क्षण तब देखने को मिला जब विनय की बहन ने भाई की अर्थी को कंधा दिया। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी करनाल पहुंचे और शहीद के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने जींद का अपना पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम रद्द कर विनय को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का पार्थिव शरीर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा, जहां एक बेहद मार्मिक दृश्य देखने को मिला। उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल, जो उनकी ताज़ा-ताज़ा बनी दुल्हन थीं, पार्थिव शरीर से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगीं। आँसूओं के बीच उन्होंने कहा कि आई एम प्राउड ऑफ यू… जितने भी दिन साथ में गुजारे, वो बेस्ट थे। मैं कैसे जिऊंगी? कैसे रहूंगी? फिर खुद को संभालते हुए उन्होंने विनय को सैल्यूट किया और ‘जय हिंद!’ का नारा दिया। यह दृश्य देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखें भर आईं।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और हिमांशी की शादी 16 अप्रैल को गुरुग्राम में हुई थी। दोनों 21 अप्रैल को हनीमून के लिए पहलगाम पहुंचे थे। लेकिन किसे पता था कि ये सफर हमेशा के लिए बिछड़ने का मोड़ बन जाएगा। शादी के महज सात दिन बाद 22 अप्रैल को आतंकियों ने विनय नरवाल की गोली मारकर हत्या कर दी।