- गुरुग्राम के फर्रुखनगर में मॉडल स्कूल को डबल शिफ्ट में बदलने के विरोध में छात्राओं ने सड़क जाम किया।
- छात्राओं व पेरेंट्स ने दोहरी पारी से पढ़ाई और सुरक्षा पर असर की आशंका जताई।
- पहले से सुविधाओं की कमी, CBSE की अनुमति के बिना डबल शिफ्ट संभव नहीं।
गुरुग्राम जिले के फर्रुखनगर स्थित राजकीय आदर्श संस्कृति अंग्रेजी माध्यम विद्यालय को डबल शिफ्ट में बदलने के प्रस्ताव का छात्रों और अभिभावकों द्वारा विरोध शुरू हो गया है। शनिवार को विद्यालय की छात्राओं ने फर्रुखनगर-झज्जर रोड पर झज्जर चौक के पास धरना देकर जाम लगा दिया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए प्रशासन के फैसले को वापस लेने की मांग की।
इस मॉडल CBSE स्कूल में दूर-दराज से छात्राएं शिक्षा लेने आती हैं। छात्राओं का कहना है कि डबल शिफ्ट में स्कूल चलने से न केवल पढ़ाई पर असर पड़ेगा, बल्कि सुरक्षा की चिंता भी बढ़ जाएगी। विद्यालय में पहले से ही मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, जैसे कि सीमित संख्या में शौचालय, साफ-सफाई की परेशानी, बिजली-पानी की दिक्कतें। यदि स्कूल दो पारी में चलता है तो इन समस्याओं का प्रबंधन और कठिन हो जाएगा।
विद्यालय प्रबंधन समिति और अभिभावकों ने भी इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पेरेंट्स का कहना है कि वे फीस देकर बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने आए हैं, ऐसे में दोहरी पारी लागू करना अनुचित है।
इस विद्यालय में पहले से ही ‘बुनियाद सेंटर’ सुबह 8 बजे से दोपहर 2:50 बजे तक चलता है, जिसका समय बदला नहीं जा सकता। इसके अलावा, स्कूल को दो पारी में बदलने से पहले CBSE की स्वीकृति भी जरूरी है, जो अब तक नहीं ली गई है।
प्रशासन की योजना है कि कक्षा 6 से 8 तक की कक्षाएं एक भवन में संचालित हों और उसी समय पर कक्षा 9 से 12 की कक्षाएं भी जोड़ दी जाएं, लेकिन इससे अव्यवस्था और असंतुलन पैदा हो सकता है। पेरेंट्स ने पुलिस से बात कर विरोध दर्ज कराया और चेतावनी दी है कि यदि निर्णय वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन और तेज होगा।