- हिसार में दलित युवक गणेश की संदिग्ध मौत पर चार दिन से धरना, अर्धनग्न मार्च और IG ऑफिस का घेराव।
- परिजनों और दलित समाज ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई और पीड़ित परिवार को दबाने का आरोप लगाया।
- पुलिस ने आरोपी शुभम उर्फ काकू के घर से हथियार बरामद किए; आरोपी पर पहले से कई संगीन मामले दर्ज।
हिसार में एक दलित नाबालिग छात्र गणेश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद मामला गरमा गया है। मृतक की मौत को लेकर पिछले चार दिनों से दलित समाज आक्रोशित है और धरने पर बैठा है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने घटना की निष्पक्ष जांच नहीं की, बल्कि एकतरफा कार्रवाई करते हुए पीड़ित परिवार को दबाने की कोशिश की गई।
आज प्रदर्शनकारियों ने सिविल अस्पताल से IG ऑफिस तक अर्धनग्न होकर पैदल मार्च निकाला, जिसमें मृतक के पिता विक्रम सहित अन्य परिजन भी शामिल रहे। उन्होंने बेटे की मौत पर न्याय की मांग की और कहा कि जब तक संतोषजनक कार्रवाई नहीं होती, वे शव को नहीं उठाएंगे।
इससे पहले पीड़ित परिवार हिसार के डिप्टी कमिश्नर से भी मिल चुका है और स्वतंत्र जांच की मांग कर चुका है। दलित समाज ने एक 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी प्रशासन से संवाद के लिए बनाया है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है।
उधर, पुलिस ने आरोपी शुभम उर्फ काकू के घर पर छापा मारकर तलवार, गंडासी, छुरियां और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार, शुभम एक पुराना अपराधी है और उस पर हत्या के प्रयास, मारपीट और शस्त्र अधिनियम के तहत कुल आठ मामले दर्ज हैं। उसके सोशल मीडिया अकाउंट से भी हथियारों के साथ वीडियो और फोटो बरामद हुए हैं।
यह पूरा विवाद सोमवार रात शुरू हुआ था, जब एक बर्थडे पार्टी में तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा था। पुलिस के रोकने पर युवकों ने कथित रूप से छत से पथराव किया। जब पुलिस पकड़ने पहुंची तो दो युवक छत से कूदे, जिसमें से एक 16 वर्षीय गणेश गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौत हो गई। वह 10वीं कक्षा का छात्र था।
इस दर्दनाक घटना ने जातीय आक्रोश को जन्म दे दिया है, और अब मामला राजनीतिक रंग भी लेने लगा है। लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।