➤रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर हरियाणा को “माफियाओं का अड्डा” बनाने का गंभीर आरोप लगाया।
➤कहा: “गोलियों का खौफ है, और कानून डर के मारे दुबक गया है।”
➤अपराध, बेरोजगारी, नशाखोरी, और संगठित गैंगों की विस्तार पर विस्तृत आंकड़ों सहित भाजपा सरकार को घेरा।
रणदीप सिंह सुरजेवाला, सांसद, महासचिव, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का बयान
भाजपा ने ‘भगवद् गीता’ की धरती हरियाणा को बनाया ‘‘गैंग ऑफ वासेपुर’’ का ‘माफिया लैंड’!
o हरियाणा ‘‘हरी की भूमि’’ है। हरियाणा ‘‘श्रीमद् भगवद् गीता’’ की भूमि है। हरियाणा ‘‘किसान और फौजी जवान’’ की भूमि है। हरियाणा ‘‘पहलवान और नौजवान’’ की भूमि है।
o भाजपा सरकार ने हरियाणा को ‘‘माफियाओं और बदमाशों’’ के हाथ सौंप दिया है। ‘‘गुंडों की बंदूकें’’ शासन कर रही हैं और ‘‘सत्ता की चुप्पी’’ अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
o हरियाणा में ‘‘गुंडों की गोलियाँ’’ अब ‘‘कानून के शासन’’ पर हावी हैं।
डर का ‘‘नंगा नाच’’ है और चारों ओर ‘‘वसूली की रिंगटोन’’ बज रही हैं।
माफियाओं और बदमाशों के आगे ‘‘सरकार ने पैर पसार’’ दिए हैं।
फिरौतियों की धमकियों और चिट्ठियों का ‘‘नायब राज’’ है।
हरी की भूमि हरियाणा को ‘‘गैंग ऑफ वासेपुर’’ का ‘‘माफिया लैंड’’ बना दिया है।
किसी ने सही कहा हैः-
‘‘पत्थरों का शहर है, आईना मत बना कीजिए,
गोलियों का ख़ौफ़ है, बेख़ौफ़ सच मत कहा कीजिए,
ये वो दौर है, जिसमें महफ़ूज़ कुछ भी नहीं,
जान हथेली पर और जेब में रखकर अपना नाम और पता घर से चला कीजिए!’’
o 11 वर्ष पहले, हरियाणा में भाजपा के सत्ता में आने से पहले अखबारों में हेडलाईंस होती थीं, खिलाड़ियों के मेडल जीतने की, हरियाणा के युवाओं की फौज में बहादुरी की, एनसीआर में बड़े पूंजी निवेश की, देश के सभी राज्यों में हरियाणा के तरक्की के पहले पायदान पर होने की।
फिर 2014 में भाजपा सरकार बनी, खट्टर साहब सत्ता में आए। अखबारों की हेडलाईंस बनने लगीं – भर्तियों के पर्चे लीक होने की, HPSC में रिश्वत की अटैची मिलने की, 700 किसानों की कुर्बानी और किसान आंदोलन में अत्याचार की, कर्मचारियों पर लाठीचार्ज की।
फिर श्री नायब सैनी आए। अखबारों की हेड लाईंस बनने लगीं – पूरे प्रदेश में ‘‘ड्रग्स माफिया’’ के प्रसार की, ‘‘भयंकर बेरोजगारी’’ में पहला स्थान होने की, नदी और पहाड़ चोरी कर ‘‘खनन माफिया’’ के बोलबाले की, ‘‘बेलगाम अफसरशाही’’ और ‘‘भ्रष्टाचार’’ की भेंट चढ़ती जनता की, शराब के ठेकों के लिए गुंडों द्वारा फायरिंग की। ‘‘माफिया गैंगों’’ द्वारा की जा रही चौतरफा ‘‘फिरौती-वसूली-उगाही’’ की।
o हरियाणा में ‘‘संगठित अपराध’’ अब ‘‘सबसे बड़े उद्योग’’ में तब्दील हो चुका है। हरियाणा में अब कानून न्याय की पहचान नहीं रहा, बल्कि कानून संगठित अपराध से डरा, सहमा, दुबका बैठा है। प्रांत में संविधान का शासन नहीं, बल्कि माफिया, बंदूक, गोली और फिरौती की हुकूमत है।
यह केवल आए दिन अखबार की सुर्खियों में छप रही ‘‘सिलसिलेवार भयानक हत्याओं व गोलाबारी’’ की खबरों से ही साबित नहीं होता, अपितु आँकड़े हरियाणा को माफिया लैंड में तब्दील करने की खतरनाक कहानी कहते हैंः-
(i) फरवरी, 2025 में जब सात राज्यों के डीजीपी की मीटिंग चंडीगढ़ में हुई, तो नायब सैनी सरकार ने खुद माना कि हरियाणा में ‘‘80 गैंग’’ सक्रिय हैं। हरियाणा में ‘‘लॉरेंस बिश्नोई गैंग’’, ‘‘बंबीहा गैंग’’ (नीरज बयाना आदि गैंगस्टर), ‘‘भाऊ गैंग’’ (हिमांशु भाऊ व अंकित बाबा आदि गैंगस्टर), ‘‘कौशल चौधरी गैंग’’ (कौशल चौधरी और अमित डागर आदि गैंगस्टर), ‘‘गोल्डी बराड़ गैंग’’ (गोल्डी बराड़ व काला जठेड़ी आदि गैंगस्टर), ‘‘राणा गैंग’’ (वीरेंद्र उर्फ काला राणा व नोनी राणा आदि गैंगस्टर), ‘‘विकास गुलिया दुबई गैंग’’, ‘‘अरविंदर सिंह रिंदा गैंग’’, ‘‘आदर्श दीप सिंह गैंग कैनेडा’’ खुलेआम हत्या, फिरौती, वसूली और उगाही का धंधा कर रहे हैं।
(ii) नेशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार हरियाणा में हर रोज 3 मर्डर होते हैं और पाँच यौन अपराध। एनसीआरबी के अनुसार साल 2024में हरियाणा में 966 हत्याएं हुईं। एक साल में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कुल 16,743 मामले दर्ज हुए, यानी हर रोज 46 मामले।
(iii) साल 2025 की पहली तिमाही में 4,137 लोग गायब हुए, यानी हर रोज 45 लोग, और ज्यादातर मामले अपहरण के हैं। अकेले करनाल में, जहाँ से खट्टर जी सांसद हैं, साल 2025 में अब तक 872 लोग लापता हो चुके।
(iv) सनसनीखेज बात यह भी है कि हत्याएं, फिरौती, वसूली, धमकियाँ, उगाही चरम सीमा पर हैं और जनवरी 2025 से आज तक की, यानी छः महीनों में 8 जिलों में हुई हत्या की वारदातें ‘‘हरियाणा को माफिया लैंड व गैंग लैंड’’ में तब्दील करने की एक ‘‘भयावह कहानी’’ बताती हैंः-
(क) जींद – 38 हत्याएं। पिछले एक महीने में 16 हत्याएं (संलग्नक A1)
(ख) फरीदाबाद – 41 हत्याएं। (संलग्नक A2)
(ग) गुड़गाँव – 36 हत्याएं। (संलग्नक A3)
(घ) पानीपत – 25 हत्याएं। (संलग्नक A4)
(ट) कैथल – 21 हत्याएं। (संलग्नक A5)
(ठ) करनाल – 20 हत्याएं। (संलग्नक A6)
(ड) कुरुक्षेत्र – 18 हत्याएं। (संलग्नक A7)
(ढ) यमुना नगर – 15 हत्याएं। (संलग्नक A8)
(य) सिरसा – 11 हत्याएं। (संलग्नक A9)
o हरियाणा में बेतहाशा बेरोजगारी है और ‘‘माफिया गैंग’’ अबोध बेरोजगार युवाओं का इस्तेमाल ₹5,000 से ₹20,000 देकर कर रहे हैं। बेरोजगार युवाओं का गैंगस्टर्स द्वारा किया जा रहा यह दुरुपयोग खुद हरियाणा पुलिस का मानना है।
o एक तरफ हरियाणा में बने ‘‘गैंग लैंड’’ में ‘‘माफियाओं का एकछत्र शासन’’ है। तो दूसरी ओर प्रदेश के गृहमंत्री, श्री नायब सैनी के लिए शासन के मायने ‘‘लतीफेबाजी और चुटकुले’’ हैं। बतौर मुख्यमंत्री व गृहमंत्री, श्री नायब सैनी पूरी तरह से ‘‘फेलियर’’ हैं। अगर हँसी-मजाक, चुटकुलों और लतीफेबाजी से फुर्सत मिले, तो माफिया-गैंग्स पर कार्रवाई हो।
इसके विपरीत, श्री नायब सैनी तो उल्टा डीएसपी लेवल के अधिकारी को ड्यूटी करने पर भाजपा के नेताओं से कैमरे के सामने माफी मंगवाकर बेइज्जत करते हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन के मनोबल पर क्या असर होगा? क्या श्री नायब सैनी ने ऐसी संवेदनशीलता फिरौती मांगने पर किसी दुकानदार, व्यापारी, उद्योगपति, चार्टर्ड अकाउंटैंट, डॉक्टर के साथ दिखाई है? क्या माफिया द्वारा सैकड़ों हत्याएं हो जाने पर किसी परिवार के आँसू पोंछे हैं? जवाब नहीं में है।
o नायब सैनी सरकार ने ‘‘माफियाओं’’ के आगे घुटने टेक रखे हैं। हरियाणा का शासन ‘‘गैंग ऑफ वासेपुर’’ के हाथ सौंप दिया है। मुख्यमंत्री ‘‘कॉमेडी’’ में व्यस्त हैं और जनता जान बचाने को लेकर भयभीत है।
o हरियाणा में ‘‘कानून का शासन’’ खत्म हो गया है। हरियाणा में ‘‘अपराध का शासन’’ है।
मुख्यमंत्री, श्री नायब सैनी कहा करते थे कि ‘‘बदमाश हरियाणा छोड़ दें’’। अब ‘‘गैंग ऑफ वासेपुर’’ के माफियाओं का शासन हरियाणा में है, तो कानून और संविधान की रक्षा न कर पाने के चलते भाजपा और मुख्यमंत्री नायब सैनी अब सरकार छोड़ दें, तो इसी में हरियाणा की भलाई है। हरियाणा के लोग कह रहे हैं-