हिसार : जिले में किसान शहर के क्रांतिमान पार्क में इकट्ठा हुए। सूखे से बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग उठाई। इस दौरान किसानों प्रदर्शन किया। किसानों ने बताया कि धान, ग्वार, मूंग, नरमा आदि की फसलें सूखे की वजह से बर्बाद हो चुके हैं, तुरंत प्रभाव से स्पेशल गिरदावरी करवाई जाएं।
किसान नेता राजीव मलिक ने बताया कि बारिश न होने व फसलों को प्रर्याप्त पानी ना मिलने के चलते धान, ग्वार, मूंग, नरमा आदि की फसलें सूखे की वजह से बर्बाद हो चुके हैं। कई किसानों ने तो दो-दो बार फसलें बिजाई की परंतु सूखे की वजह से बर्बाद हो गई। पहले किसानों ने नरमा की बिजाई की फिर बरसात में पानी भरने के कारण धान की बिजाई की, परंतु उसके बाद सूखे के कारण धान की फसल खराब हो गई। फसल बीजने में काफी बड़ी मात्रा में खर्च हुआ है। किसानों को उनका पिछले वर्षों में घोषित मुआवजा और बीमा भी नहीं मिला है। हिसार जिला को सूखा घोषित करते हुए स्पेशल गिरदावरी करवाए जाएं। वही अगर किसानों की मांग पूरी नही होती आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
मुख्य मांगें
किसान नेता शमशेर नंबरदार ने बताया कि हिसार जिला को सूखा घोषित किया जाए और इसके लिए स्पेशल गिरदावरी के आदेश दिए जाएं, 2020, 2021 का घोषित और 2022 का लंबित मुआवजा दिया जाए और 67 गांव का 2022 का बकाया बीमा तुरंत दिया जाए, गुलाबी सुंडी से बर्बाद नरमा का मुआवजा दिया जाए, नहरों में टेलों तक पूरा पानी पहुंचे और जोहड़ों में पशुओं के लिए पीने का पानी डाला जाए, मण्डी में कपास तौलाई के वक्त 500 ग्राम प्रति क्विंटल कटौती बन्द की जाएं, कृषि भूमि का रिकार्ड दुरस्त किया जाएं, ताकि मुआवजा, बीमा क्लेम बांटने में आसानी रहे, जलभराव का स्थाई समाधान किया जाए, एमएसपी की गारंटी दो।