गुरुग्राम जिला सहित साथ लगते जिलों में शैक्षणिक संस्थानों के बुनियादी ढांचे का विकास, खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने, वर्षा जल प्रबंधन सहित स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विकास कार्यों को लेकर मंगलवार को डीसी निशांत कुमार यादव जो कि हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के संयुक्त सचिव भी हैं की उपस्थिति में लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में जिला प्रशासन व आठ विभिन्न औद्योगिक संस्थानों के बीच एमओयू हुआ। इस दौरान हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के वाइस चेयरमैन बोधराज सीकरी व एडिशनल सीईओ गौरव सिंह मौजूद रहे।
डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि जिला प्रशासन के साथ हुए आठ महत्वपूर्ण एमओयू के तहत गुरुग्राम जिला सहित प्रदेश के अन्य जिलों में शिक्षा व स्वास्थ्य सहित खेल के क्षेत्र में हरियाणा सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को एक नई गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षण संस्थानों के बुनियादी ढांचे के विकास व खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पूरी गंभीरता के साथ धरातल पर कार्य किया जा रहा है। ऐसे में आठ संस्थानों के साथ हुए यह समझौता ज्ञापन निश्चित रूप से गुरुग्राम सहित अन्य जिलों में बदलाव के बड़े कारक बनेंगे।
पशु एम्बुलेंस कराई जाएगी उपलब्ध
उन्होंने मंगलवार को हुए आठ एमओयू की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इसमें डीएलएफ संस्थान की ओर से जिला पशुपालन विभाग को एक पशु एम्बुलेंस उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं आरएसपीएल संस्थान द्वारा वर्षा जल संचयन प्रणाली में सहयोग किया जाएगा। इसी क्रम में जमालपुर ग्राम परियोजना व जिला झज्जर में स्वास्थ्य परियोजना के लिए पावरग्रिड का सहयोग लिया जाएगा।
स्पोर्ट्ज़ विलेज फाउंडेशन द्वारा खेल उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे
उन्होंने बताया कि जिला पुस्तकालय गुरुग्राम में लाइब्रेरी सह कौशल केंद्र की स्थापना के लिए रीड इंडिया व गांव घाटा स्थित सरकारी स्कूल के बुनियादी ढांचा विकास के लिए गुरुग्राम मिलेनियम सिटी राउंडटेबल के साथ समझौता ज्ञापन हुआ है। इसी प्रकार जिला के दो राजकीय विद्यालय में खेल सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए स्पोर्ट्ज़ विलेज फाउंडेशन द्वारा खेल उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। डीसी ने बताया कि आज हुए एमओयू में जिला नूहं में नेट क्रैकर टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से स्पिरुलिना-आधारित उत्पादों का कार्यान्वयन व निप्पॉन एक्सप्रेस द्वारा जिला भिवानी में स्थित मीठी गांव के राजकीय विद्यालय में बुनियादी ढांचों के विकास के कार्य किये जायेंगे।