हरियाणा के जिला पानीपत के गांव बबैल में समस्त ग्रामीणों की ओर से शनिवार को कारगिल शहीद जयवीर फौजी के शहीदी दिवस पर उनकी याद में खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस मौके पर लड़कियों-लड़कों की दौड़ और 5वीं ओपन नेशनल स्टाइल कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में सर्वजातीय जन पंचायत के अध्यक्ष सुरेंद्र अहलावत, विशिष्ट अतिथि के रूप में सरपंच विक्की वाल्मीकि और ब्लॉक समिति मेंबर धर्मेंद्र ने शिरकत की।
कार्यक्रम में पहुंचने पर सभी अतिथियों का पगड़ी बांधकर और फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया गया। गांव बबैल में आयोजित 5वीं ओपन नेशनल स्टाइल कबड्डी प्रतियोगिता और लड़कियों की 400 व 800 मीटर और लड़कों की 800 व 1600 मीटर दौड़ करवाई गई। जिसमें हरियाणा के विभिन्न जिलों से पहुंचे खिलाड़ियों ने भाग लिया और अपनी प्रतिभा दिखाई। इस दौरान मुख्यातिथि सुरेंद्र अहलावत ने अन्य अतिथियों के साथ खिलाड़ियों का परिचय लेकर खेलकूद प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया। उन्होंने खिलाड़ियों को खेलों में भाग लेकर प्रदेश और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
समाज के विकास के लिए युवाओं का खेलों में भाग लेना जरूरी
मुख्यातिथि सर्वजातीय जन पंचायत के अध्यक्ष सुरेंद्र अहलावत ने कहा कि किसी भी समाज का विकास करने के लिए युवाओं का खेलों में भाग लेना जरूरी है। अगर युवाओं को खेलों में मौका मिले तो वह कमाल कर देश को तरक्की की राह दिखाते हैं, इसलिए किसी भी समाज के विकास के लिए यह बहुत आवश्यक है कि खेलों का विकास हो, खेल और खिलाड़ियों को फलने-फूलने का अवसर मिले। सुरेंद्र अहलावत ने कहा कि युवाओं में भी यह जज्बा होना चाहिए कि वह लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करे, हारने के बाद फिर से प्रयास करे। टीम के साथ जुड़कर आगे बढ़ना, व्यक्तित्व विकास की यह सारी भावनाएं खेलों के माध्यम से सहज तरीके से युवाओं में विकसित होती हैं।
युवाओं को नशे जैसी बुराईयों से रखा जा सकता है दूर
सुरेंद्र अहलावत ने कहा कि युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरित करके उन्हें नशे जैसी बुराई से दूर रखा जा सकता है। साथ ही खेलों के माध्यम से युवा वर्ग अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकता है। आज खेलों के द्वारा युवाओं के सामने अनेक विकल्प हैं। वह किसी भी खेल प्रतियोगिता में भाग लेकर आगे बढ़ सकता है। साथ ही समाज के वरिष्ठ नागरिकों का भी फर्ज है कि वह युवा वर्ग को खेलों में आगे लाने का प्रयास करें।
लक्ष्य के साथ ही खेल के मैदान में उतरे खिलाड़ी
सुरेंद्र अहलावत ने कहा कि जब कोई खिलाड़ी मैदान में उतरता है तो उसका सिर्फ एक ही लक्ष्य होना चाहिए कि वह कैसे खुद को, अपनी टीम को विजयी बनाए। आज पूरा देश खिलाड़ियों की तरह ही सोच रहा है। खिलाड़ी भी जब खेलते हैं तो राष्ट्र प्रथम की सोच रखते हैं। भारत को विकसित बनाने में देश के हर जिले के हर नागरिक की भूमिका है। इसके लिए हर क्षेत्र को एक भाव, एक लक्ष्य और एक संकल्प से आगे बढ़ना पड़ेगा।