हरियाणा में चल रही कांग्रेस जनसंदेश यात्रा में उत्साह का माहौल है। यात्रा कलायत से शुरू होकर कैथल तक पहुंची, जहां समर्थकों ने राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा का भव्य स्वागत किया। लोगों ने फूल मालाओं से यात्रा को स्वागत किया।
यात्रा के दौरान कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा में सत्ता परिवर्तन का समय आ गया है, क्योंकि गठबंधन सरकार ने युवाओं को रोजगार और गरीबी हटाने में विफलता दिखाई है। उन्होंने भाजपा सरकार को आरोप लगाया कि वहने पिछले नौ सालों में किसानों, मजदूरों, और गरीबों के अधिकारों का हनन किया है। सैलजा ने कहा कि यह कांग्रेस संदेश यात्रा हरियाणा के लोगों की आवाज है और यह बता रही है कि भाजपा-जजपा सरकार की तानाशाही नीतियों का विरोध कर रही है। यात्रा का आयोजन 17 जनवरी से हिसार से हुआ था और अब तक कई स्थानों पर स्वागत मिला है। जिसमें कैथल शहर में भी भारी संख्या में कांग्रेस समर्थक उमड़े। समर्थकों ने क्रेन से रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा को बड़ी माला पहनाई, जिससे स्वागत का अद्भुत माहौल बना।
गठबंधन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही
सैलजा ने कहा कि हरियाणा के लोग बहुत्राहिमाम कर रहे हैं, लेकिन गठबंधन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा लोगों को जगाना चाहती है कि सत्ता परिवर्तन की आवश्यकता है और कांग्रेस इसके लिए समर्थ है। यात्रा हरियाणा में गठबंधन सरकार की नीतियों के खिलाफ एक सार्वजनिक स्थानीय आंदोलन का हिस्सा है और लोग इसमें उत्साह से शामिल हो रहे हैं। यह समर्थन बढ़ाने के लिए कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि वे हरियाणा के हर कोने तक अपने संदेश को पहुंचाएंगे।
जनता कांग्रेस के साथ
कार्यक्रम के दौरान समर्थकों ने बड़ी माला उठाकर नेताओं का समर्थन किया और यह दिखाया कि जनता कांग्रेस के साथ है।इसके अलावा कुमारी शैलजा ने भी सरकार की नीतियों पर बड़ा हमला किया और उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार ने किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकाला है और युवा पीढ़ी को रोजगार का सही संदान मिला है।
लोग बदलाव की आवश्यकता को महसूस कर रहे
हरियाणा में कांग्रेस की यह जनसंदेश यात्रा जनता के बीच बढ़ते उत्साह और समर्थन के साथ हो रही है। इस यात्रा से साफ है कि लोग बदलाव की आवश्यकता को महसूस कर रहे हैं और कांग्रेस को इसमें उनका साथ मिल रहा है। राजनीतिक दृष्टि से भी इस यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा सकता है, क्योंकि इससे प्रदेश में राजनीतिक माहौल में बदलाव आ सकता है।