हरियाणा के रेवाड़ी जिले में 16 मार्च को औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा की ऑटो पार्ट्स बनाने वाली कंपनी लॉन्ग लाइफ में बॉयलर फटने की वजह से 50 से ज्यादा कर्मचारी झुलस गए थे। इनमें 40 कर्मचारियों की हालत गंभीर होने पर उन्हें रेवाड़ी शहर के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां पर हालत गंभीर होने पर 20 से ज्यादा कर्मचारियों को रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया।
बॉयलर फटने के मामले में प्रदेश के सीएम नायब सिंह सैनी ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके लिए बकायदा कमेटी बनाने के साथ ही जांच रिपोर्ट निर्धारित अवधि में देने को कहा गया है। सीएम नायब सैनी ने कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए घायलों को संपूर्ण इलाज देने के लिए डीसी को भी निर्देश दिए।
50 कर्मचारी कर रहे थे काम
अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे कर्मचारी मनीष कुमार ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि करीब 150 कर्मचारी काम कर रहे थे। तभी इस दौरान शाम 7 बजे अचानक बॉयलर में ब्लास्ट हो गया। बॉयलर में जोरदार धमाका हुआ और कंपनी में अफरा-तफरी मच गई। फैक्ट्री में ब्लास्ट होने की ख़बर मिलते ही कई एंबुलेंस की गाड़ियां फैक्ट्री में पहुंची। वहीं फायर ब्रिगेड की टीम को भी हादसे की जानकारी दी गई जिसके बाद फायर ब्रिगेड का दस्ता भी मौके पर पहुंचा। इसके बाद एक-एक करके झुलसे कर्मचारियों को बाहर निकालकर ट्रॉमा सेंटर और बाकी अस्पतालों में ले जाया गया।
कर्मचारियों की हालत ऐसी थी के वे दर्द के चलते स्ट्रेचर पर ठीक से नहीं लेट पा रहे थे। बड़ी मुश्किल से उन्हें ट्रॉमा सेंटर और बाकी अस्पतालों में ले जाया गया। हादसे में घायल कई कर्मचारियों को रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया है। वहीं कुछ कर्मचारियों को रेवाड़ी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच प्रशासनिक महकमे के अधिकारी भी हालात का जायजा लेने के लिए अस्पताल पहुंच गए हैं।
पीजीआई में भर्ती कर्मचारियों की लिस्ट में ये नाम शामिल
बॉउलर फटने के बाद जिन कर्मचारियों की हालत ज्यादा खराब थी उन्हें रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया उनमें कर्मचारी मनोज, विकास, संतोष, रतीलाल, अरविंद, देवानंद, राजेश , राहुल, सूरजमोहन, रामू, दयाशंकर, पंकज, घनश्याम, दिवेश, अजय, शालू, मुकेश, विजय और अमरजीत शामिल है।