Phalgun Mahotsav fair starts in Chulkana Dham

Shri Shyam Phalgun Festival : चुलकाना धाम में फाल्गुन महोत्सव मेला शुरू, जय श्री श्याम के नारे लगाते हुए पानीपत से भी रवाना हुए हजारों श्रद्धालु

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(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) Shri Shyam Phalgun Festival : पानीपत के खंड समालखा स्थित चुलकाना धाम में आज से फाल्गुन महोत्सव मेला शुरू हो गया है। सुबह से हजारों श्रद्धालुओं का तांता निशान लेकर चुलकाना धाम पहुंच रहा है। वृंदावन ट्रस्ट की ओर से भी रविवार को गोहाना मोड़ से पैदल निशान यात्रा निकाली गई। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। श्रद्धालु जय श्री श्याम के नारे लगाते हुए गोहाना रोड से पैदल चुलकाना धाम के लिए रवाना हुए। इस दौरान श्रद्धालुओं में भक्ति का जोश देखने को मिला।

गौरतलब है कि श्री श्याम बाबा का प्राचीन सिद्ध मंदिर हरियाणा के पानीपत जिले के चुलकाना गांव में स्थित है। जहां हर वर्ष फाल्गुन मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी व द्वादशी को लाखों श्रदालु दर्शन करने के लिए आते हैं। वृंदावन ट्रस्ट के सरंक्षक विकास गोयल और चुलकाना मंदिर सेवा समिति के प्रधान रोशन लाल ने बताया कि ट्रस्ट के पदाधिकारी ने यात्रा निकालने से पहले चुलकाना धाम पहुंचकर बाबा श्याम के दर्शन किए और यात्रा को सफल बनाने के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया था। इसके बाद रविवार सुबह वृंदावन ट्रस्‍ट की ओर से चुलकाना धाम तक 12वीं भव्‍य पैदल ध्‍वजा यात्रा निकाली गई। जिसमें 30 हजार से अधिक श्याम भक्‍त शामिल हुए। खास बात यह रही कि इस बार पूर्वांचलियों का भी यात्रा में विशेष योगदान रहा।

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ट्रस्ट के प्रधान राकेश बंसल और सचिव हरिश बंसल ने बताया कि वीर बर्बरीक ने फाल्गुन महीने की शुक्ल पक्ष की द्वादशी को अपना शीश उतार कर भगवान के श्री चरणों में सौंप दिया था। भगवान ने तुरंत शीश उठाकर देवियों का आह्वान करके अमृत से सींचा था। जहां दिया था शीश का दान, वो भूमि है चुलकाना धाम। भगवान श्री कृष्ण के वरदान फलस्वरूप चुलकाना धाम में ठाकुर श्री श्याम बाबा मंदिर की स्थापना हुई। पहले यहां भक्तों की भीड़ हजारों में होती थी, आज हर महीने लाखों में होती हैं, आने वाले समय में करोड़ों में होगी।

श्याम भक्त

वृंदावन ट्रस्ट के संस्थापक विकास गोयल, प्रधान राकेश बंसल और महासचिव हरीश बंसल ने बताया कि गोहाना रोड से सुबह 4 बजे निशान यात्रा की शुरुआत की गई। जिसमें करीब 30 हजार श्याम भक्त पदयात्रा में शामिल हुए हैं। चुलकाना धाम में संग्रहालय बनाया जाएगा। गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज और सांसद संजय भाटिया इसकी आधारशिला रखेंगे। तोरणद्वार का भूमि पूजन किया जाएगा।

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उन्होंने बताया कि श्याम भक्तों को पदयात्रा में विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं। पानीपत से चुलकाना तक की 25 किलोमीटर की पदयात्रा में कई स्थानों पर खाने-पीने के स्टाल लगाए हैं। साथ ही श्याम भक्तों की सेवा के लिए मोबाइल वेन में मेडिकल टीम तैनात की गई है। दोनों समितियों ने शनिवार को ही अलग-अलग बैठक कर पदयात्रा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली थी।

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वहीं पूर्व सरपंच मदनलाल शर्मा ने बताया कि वीर बर्बरीक के शीश दान करने के बाद इसी धरा पर देवियों का भगवान श्री कृष्ण ने आह्वान किया। वीर बर्बरीक के शीश को अमृत से सींचवाया। भगवान श्री कृष्ण की अनुकम्पा से वीर बर्बरीक के अमृत से सींचे हुए उस शीश का एक अंश उसी समय श्री चुनकट ऋषि की तपोभूमि पर गिर गया था, जो कालान्तर में श्याम नाम से विख्यात हुआ। जहां हर वर्ष लाखों भक्त पूजा अर्चना के लिए आते हैं। आज चुलकाना धाम की धरती पर लाखों श्रद्धालु पहुंचकर बाबा श्याम की पूजा-अर्चना कर रहे हैं।

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8 घंटे बाद मिली जजपा कार्यकर्ता की लापता बेटी

पैदल निशान यात्रा के दौरान पानीपत के जजपा कार्यकर्ता की बेटी लापता हो गई थी। जिसे 8 घंटे बाद ढूंढ लिया गया है। पानीपत के अर्जुन नगर निवासी जजपा कार्यकर्ता अमित रंगा का कहना है कि उनकी 4 वर्षीय बेटी बेटी वाणी रंगा भी निशान पदयात्रा में उनके साथी ही। अमित रंगा के अनुसार वाणी रंगा नर्सरी कक्षा में पढ़ती है। वह रविवार सुबह करीब सवा चार बजे अपनी पत्नी आशा रंगा और बेटी वाणी सहित चुलकाना धाम जा रही निशान पदयात्रा के लिए घर से निकले थे। जब वह गोहाना मोड़ पर पहुंचे तो इस दौरान उन्हें जानकार महिला मिल गई।

बेटी लापता

इस दौरान अमित ने उनसे पूछा कि यात्रा में उनकी डीजे की गाड़ी कौन सी है। महिला ने एक गाड़ी की ओर इशारा किया। इस दौरान भीड़ ज्यादा होने के कारण अमित उस गाड़ी को पहचान नहीं पाया। उसने गलती से दूसरी डीजे की गाड़ी में बेटी वाणी को बैठा दिया। इसके बाद से गाड़ी वहां से आगे निकल गई थी। इसके बाद परिजन परेशान हो गए। उन्होंने बेटी को आसपास काफी तलाश किया। फिर करीब 8 घंटे के बाद बेटी वाणी सकुशल मिली। जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली।