Two brothers drowned in Rohtak canal

Haryana में नहर में नहाने गए दो सगे नाबालिग भाई डूबे, परिवार का रो-रो कर बुरा हाल, NDRF की टीम दोनों बच्चों की तलाश में जुटी

रोहतक

हर वर्ष गर्मी का मौसम शुरू होते ही नहर और तालाब में नहाने समय काफी संख्या में लोगों की डूबने से मौत हो जाती है, लेकिन प्रशासन अपने ढीले रवैये के चलते मूकदर्शक बना रहता है। हरियाणा के जिला रोहतक में सोमवार को ऐसा ही मामला सामने आया है। जब दो सगे भाई खेलने के बाद नहर में नहाने के लिए उतरे तो बड़ा भाई डूबने लगा। इस दौरान छोटे भाई ने बड़े भाई को डूबता देख नहर में छलांग लगा दी। जिसके चलते दोनों नहर में डूब गए। एनडीआरएफ की टीम नौका और गोताखोर के सहारे कल सुबह से ही दोनों की खोज में जुटी हुई है।

उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर के गांव जांडखेड़ा निवासी मोनू ने अपने दोनों बच्चों के लापता होने की शिकायत शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस में दी। मोनू ने बताया कि वह फिलहाल रोहतक की न्यू जनता कॉलोनी में 10 साल से रह रहा है। उसके दो नाबालिक बेटे नहर में डूब गए, जिनका दो दिन से उनका कोई अता-पता नहीं है। मोनू के अनुसार वह रोहतक स्थित सब्जी मंडी में मजदूरी का काम करता है। दोनों बच्चे पढ़ाई में काफी होशियार हैं, उसे अपने बच्चों से काफी उम्मीद थी, लेकिन पता नहीं कौन सा समय खराब था कि वह नहर में नहाने चले आए।

मोनू ने बताया कि 7 अप्रैल को उसके दोनों बेटे 4 अन्य दोस्तों के साथ घर से बिना बताए ही नहर पर जा पहुंचे। इस दौरान खेलने के बाद पहले 15 वर्षीय हिमांशु नहर में कूद गया, उसको डूबता हुआ देख 11 वर्षीय छोटे बेटे अंकित ने भी नहर में छलांग लगा दी। जिसके चलते उसके दोनों बेटे पानी में डूब गए। इस संबंध में एनडीआरएफ में तैनात इंस्पेक्टर अंकित यादव ने बताया कि नहर में वह पिछले दो दिन से बच्चों की तलाश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक बच्चे नहीं मिल पाए हैं, उनका प्रयास जारी है।

नहर में डूबे भाई

देर रात तक खोजने पर भी बेटों का कुछ नहीं पता चला तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद बेटों के साथ गए दूसरे बच्चों से बात की तो उन्होंने मामले की सारी जानकारी दी। बच्चों ने बताया कि दोनों ही बच्चे नहर में डूब गए हैं। बताया जा रहा है कि हिमांशु कक्षा 10वीं और निकीत कक्षा 7वीं का छात्र है। उसके दोनों ही बच्चे पढ़ाई में काफी होशियार हैं। पिता को दोनों से बड़ी उम्मीद है। मोनू ने रोते हुए बताया कि आज उसके पास कुछ भी नहीं है, वह उस समय को याद करके रो पड़ता है, जब बच्चे घर से निकले थे। उसे अभी उम्मीद है कि शायद उसके बच्चे कहीं जिंदा मिल जाएंगे।

रोहतक नहर 1

इस संबंध में एनडीआरफ के इंस्पेक्टर अंकित यादव ने बताया कि उन्हें शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस से बच्चों के डूबने की सूचनाएं मिली थी। उसके बाद उन्होंने नहर में नाव और गोताखोर की मदद से बच्चों की खोज शुरू की है, लेकिन पूरा  दिन बीत जाने के बाद बच्चों की अभी कोई खैर खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका सर्च अभियान जारी है। उम्मीद है जल्द ही बच्चों का पता लग जाएगा।