Haryana Politics : देश-प्रदेश में चुनावी माहौल गर्म है और राजनीतिक गलियारों में हलचल का दौर जारी है। एक बार फिर से 5 साल बाद लोकसभा चुनावों की नजदीकियां बढ़ती जा रही है। भारत में वैसे भी चुनाव एक पर्व के तौर पर मनाया जाता है। इसी कड़ी में हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर सोमवार 6 मई को नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन 159 अन्य पर्चे भरे गए। बता दें कि नामांकन के आखिरी दिन चुनावी रण में उतरने वालों का आंकड़ा अब 370 पर पहुंच चुका है। हरियाणा की 10 सीटों पर कुल लोकसभा प्रत्याशियों की संख्या की बात करें तो वह 297 है, लेकिन कई प्रत्याशियों ने एक नहीं, बल्कि कई सीटों पर अपना नामांकन दर्ज करवाया है। ऐसे में यह आकड़ा 370 पहुंच चुका है।
उधर सोमवार को करनाल विधानसभा के उप चुनाव के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रोड शो के साथ शक्ति प्रदर्शन कर पर्चा दाखिल किया। करनाल लोकसभा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल नामांकन भरा। इसके साथ ही फरीदाबाद से भाजपा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर, हॉट सीट हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश ने रोड शो के जरिये शक्ति प्रदर्शन किया और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में नामांकन भरा। हिसार से जजपा प्रत्याशी नैना चौटाला ने भी पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में हरियाणा के चुनावी रण में अपनी ताल ठोकी। प्रदेश की कुल 10 सीटों पर सबसे ज्यादा नामांकन कुरुक्षेत्र से (49) दाखिल हुए हैं।
गुरुग्राम में भी नामांकन का आंकड़ा कुरुक्षेत्र के बराबर (49) ही रहा है। सबसे कम नामांकन अंबाला से (27) और करनाल से (31) दाखिल हुए हैं। प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर अंतिम दिन 159 पर्चे भरे गए। जिससे नामांकन का आंकड़ा 370 पर पहुंच गए। हालांकि वर्ष 2019 के चुनाव के मुकाबले इस बार 10 नामांकन ज्यादा भरे गए हैं। पिछली बार 360 नामांकन दाखिल हुए थे।
हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव के तहत नामांकन करने वालों का बयौरा इस प्रकार है। हरियाणा के अंबाला से शुरुआत करें तो यहां कुल 21 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दर्ज करवाया है। जिन्होंने कुल 27 नामांकन दाखिल किए हैं। कुरुक्षेत्र में 38 प्रत्याशियों ने 49 नामांकन दाखिल किए। वहीं सिरसा की बात करें तो सिरसा में 25 प्रत्याशियों ने 34 नामांकन दाखिल किए। हिसार में 36 प्रत्याशी हैं और उन्होंने 44 नामांकन दाखिल किए। साथ ही करनाल में 29 प्रत्याशियों ने 31 नामांकन दाखिल किए।
इसके अलावा सोनीपत सीट की बात करें तो यहां 33 प्रत्याशियों ने 34 नामांकन दाखिल किए। रोहतक में 34 प्रत्याशियों ने 40 नामांकन दाखिल किए। वहीं भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर 23 प्रत्याशियों ने 30 नामांकन दाखिल किए हैं। गुरुग्राम में 30 प्रत्याशियों ने 49 नामांकन दाखिल किए। वहीं फरीदाबाद में 28 प्रत्याशियों ने 32 नामांकन दाखिल किए। यानि कुल 297 प्रत्याशियों ने 370 नामांकन दाखिल किए। सबसे ज्यादा नामांकन की बात करें तो कुरुक्षेत्र और गुरुग्राम में 49-49 नामांकन भरे गए। सबसे कम अंबाला में 27 और करनाल में 31 दाखिल हुए।
बता दें कि करनाल विधानसभा उपचुनाव के लिए 12 उम्मीदवारों ने 14 नामांकन दाखिल किए हैं। मंगलवार 7 मई को नामांकन पत्रों की जांच का दौर जारी है। इसके बाद 9 मई को दोपहर बाद प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह अलॉट किए जाएंगे। साथ ही 8 और 9 मई को उम्मीदवार अगर चाहते हैं तो अपना पर्चा वापस भी ले सकते हैं।
बताया जा रहा है कि रोहतक लोकसभा सीट 5 साल पहले से ज्यादा हॉट हो गई है। चुनाव लड़ने के लिए 40 नामांकन दाखिल करवाए गए हैं। यहां नामांकन के आखिरी दिन 19 नामांकन किए गए। इससे पहले 21 नामांकन जमा हो चुके थे। खास बात यह रही कि जजपा प्रत्याशी रविंद्र सांगवान ने अपने परिवार के किसी सदस्य की जगह संगठन के साथी डॉ. संदीप हुड्डा को कवरिंग प्रत्याशी बनाया है।
इसके अलावा बसपा जिलाध्यक्ष हवा सिंह ने पार्टी प्रत्याशी के नामांकन के 2 दिन बाद सोमवार को कवरिंग प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया। 5 साल पहले वर्ष 2019 में 18 प्रत्याशियों ने रोहतक सीट से चुनाव लड़ा था। इसमें 10 राजनीति दल के थे, जबकि 8 निर्दलीय मैदान में डटे थे। अब नामांकन की जांच और नाम वापसी के बाद 9 मई को पता लग सकेगा कि अबकी बार कितने लोग चुनाव लड़ते हैं।