PM नरेंद्र मोदी कुरुक्षेत्र से चुनावी अभियान का शंखनाद करेंगे। वह 14 सितंबर को रैली के जरिये हरियाणा में चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। PM की इस पहली रैली में BJP के हरियाणा से सभी केंद्रीय मंत्री, सांसद, राज्यसभा सदस्य, मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायकों के साथ पार्टी उम्मीदवार भी शामिल होंगे।
हरियाणा के चुनावी रण में PM नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सात बड़ी रैलियां करेंगे। PM मोदी के कुरुक्षेत्र के अलावा हिसार, फरीदाबाद अथवा गुरुग्राम दो और रैलियां करने की संभावना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पंचकूला, करनाल, सिरसा अथवा फतेहाबाद और दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ या रोहतक में बड़ी रैलियां करेंगे। भाजपा ने राजपूत मतदाताओं को साधने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की रैलियों के कार्यक्रम भी तैयार किए हैं।
PM नरेन्द्र मोदी 14 सितंबर को कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में दोपहर दो बजे रैली को संबोधित करेंगे। फिलहाल यहां से सुभाष सुधा विधायक हैं, जो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में शहरी निकाय मंत्रालय चला रहे हैं। 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए किसी भी दल को 46 सीटों की जरूरत होती है। भाजपा इसकी भरपाई जीटी रोड और दक्षिणी हरियाणा से करने की कोशिश में है। जीटी रोड बेल्ट पर 30 और दक्षिणी हरियाणा में 19 विधानसभा सीटें आती हैं। जीटी बेल्ट में अंबाला, करनाल, पानीपत, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पंचकूला और कैथल जिलों की विधानसभा सीटें आती हैं। यहां पंजाबी, वैश्य और ब्राह्मण वोटरों के अलावा ओबीसी वोट बैंक भी काफी संख्या में है।
साल 2014 और 2019 में BJP की जीत में उत्तर हरियाणा खासकर जीटी रोड बेल्ट का भरपूर योगदान रहा है। जीटी रोड बेल्ट को BJP का गढ़ माना जाता है। पिछले दो लोकसभा चुनाव में जीटी रोड बेल्ट में आने वाली तीन सीटों अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल में भाजपा ने न सिर्फ जीत दर्ज की, बल्कि अपने वोट शेयर में जबरदस्त बढ़ोतरी की है। इस बार के लोकसभा चुनाव में BJP अंबाला लोकसभा सीट हार गई है।