Haryana में नए उपमंडल और जिलों की मांग कर रहे लोगों के लिए निराशाजनक खबर है। अगले साल 2 जनवरी से शुरू होने जा रही जनगणना के कारण गांव, तहसील, उपमंडल, और जिलों की सीमा में कोई भी बदलाव संभव नहीं होगा। जनगणना विभाग ने सभी राज्यों को इसके लिए स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं।
हरियाणा विधानसभा के सत्रों के दौरान नए उपमंडलों और जिलों की मांग जोर-शोर से उठी थी। खासतौर पर हांसी को जिला बनाने की मांग हांसी के विधायक भ्याना ने पुरजोर तरीके से की थी। इसके अलावा कई कस्बों को उपमंडल का दर्जा देने की मांग लगातार क्षेत्रीय लोगों द्वारा की जा रही थी।
परिसीमन से बढ़ेंगी सीटें
राज्य के अंदर परिसीमन की तैयारी भी चल रही है, जिससे हरियाणा की लोकसभा सीटों की संख्या 10 से बढ़कर 14 होने की संभावना है। विधानसभा सीटें भी 90 से बढ़कर 122 से 126 तक हो सकती हैं। यह बदलाव अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले लागू हो सकते हैं।
नई विधानसभा के लिए तैयारी
हरियाणा सरकार चंडीगढ़ में नई विधानसभा के लिए जमीन का प्रबंध कर रही है। सदस्यों की संख्या बढ़ने के कारण मौजूदा विधानसभा भवन में सभी के बैठने की जगह नहीं होगी। नई विधानसभा का निर्माण आवश्यक हो जाएगा, ताकि बढ़े हुए विधायकों के लिए उचित व्यवस्था की जा सके।
जनगणना अभियान तैयार
हरियाणा में निदेशक जनगणना ने अभियान की तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके तहत जनवरी से जनगणना टीमों को फील्ड में उतारा जाएगा। जनगणना के चलते सभी प्रशासनिक सीमाएं फिलहाल स्थिर रहेंगी।