Harini Amarasuriya श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री बनी है। श्रीलंका की राजनीति में इतिहास रचते हुए हरिनी अमरसूर्या ने देश की 16वीं प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। वह श्रीलंका की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बनीं। वे 2 महीने पहले श्रीलंका में बनी अंतरिम सरकार में भी प्रधानमंत्री रह चुकी हैं।
राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कैबिनेट के सदस्यों को राष्ट्रपति सचिवालय में शपथ दिलाई। श्रीलंका में 14 नवंबर को संसदीय चुनाव हुए थे। इसमें राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के गठबंधन NPP को जीत मिली थी। सोमवार को सरकार की नई कैबिनेट का गठन किया गया। हरिनी अमरसूर्या की उम्र 54 वर्ष है। हरिनी के भारत से बहुत ही खास संबंध है।
भारत से शुरू हुआ शैक्षिक सफर
बता दें कि हरिनी अमरसूर्या ने अपनी उच्च शिक्षा की शुरुआत भारत में की। तमिल आंदोलन के दौरान श्रीलंका में स्कूल-कॉलेज बंद हो जाने के कारण, उन्होंने 1990 में दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में दाखिला लिया। यहां से उन्होंने समाजशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। कॉलेज के दिनों में हरिनी पढ़ाई के साथ-साथ बहस और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी सक्रिय रहीं।
दिलचस्प बात यह है कि प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक इम्तियाज अली उनके बैचमेट रहे हैं। स्नातक की पढ़ाई के बाद, हरिनी ने एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, स्कॉटलैंड से सामाजिक मानविकी में पीएचडी पूरी की। पीएचडी के बाद हरिनी श्रीलंका लौटी और स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े कई गैर-सरकारी संगठनों में काम किया।
2015 में सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों में हिस्सा लिया
उन्होंने सुनामी प्रभावित बच्चों की मदद के लिए विशेष रूप से काम किया, जिससे उन्हें व्यापक पहचान मिली। इसके बाद वह प्रोफेसर के रूप में कॉलेज में पढ़ाने लगी और समाजशास्त्र और मानविकी के क्षेत्र में शिक्षा दी। अमरसूर्या ने साल 2015 में सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। इसी दौरान उनका दिसानायके से संपर्क हुआ।
2019 में हरिनी ने जनता विमुक्ति पेरामुना (JVP) पार्टी के माध्यम से राजनीति में कदम रखा। उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें 2020 में सांसद बनने का मौका दिया। सितंबर 2024 में, उन्हें श्रीलंका की अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।