Haryana के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा Karnal की महाराणा प्रताप हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां उन्होंने 6 दिसंबर को किसानों के दिल्ली कूच और अन्य कृषि मुद्दों पर चर्चा की। श्याम सिंह राणा ने कहा कि पिछली बार किसानों का दिल्ली कूच तीन कृषि कानूनों के कारण हुआ था। अब तीनों कानून वापस लिए जा चुके हैं। मौजूदा मुद्दा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार 24 फसलों की MSP पर खरीद कर रही है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर MSP लागू कर रही हैं। यदि सभी राज्य अपने-अपने किसानों की फसलें MSP पर खरीदने लगें, तो समस्या नहीं रहेगी।
विधायकों की शिकायत और अधिकारियों पर कार्रवाई
जब विधायकों द्वारा अधिकारियों की शिकायत करने का मुद्दा उठा, तो राणा ने कहा, “यदि किसी अधिकारी ने गलती की है, तो जांच के बाद उचित कार्रवाई होती है। मैंने आज तक किसी के खिलाफ शिकायत नहीं की। भीतरघात करने वालों से निपटने के लिए अपना धैर्य मजबूत रखना चाहिए।”
धान घोटाला और गेहूं की बिजाई पर अपडेट
धान में घोटाले और बोरियों में छिलका रखने के आरोपों पर कृषि मंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाओं की जांच कर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में 80-85% गेहूं की बिजाई पूरी हो चुकी है। शेष क्षेत्रों में भी जल्द काम पूरा कर लिया जाएगा।
खाद और यूरिया की स्थिति
श्याम सिंह राणा ने कहा कि किसानों को खाद और यूरिया की कोई कमी नहीं है। डीएपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। अपने दौरे के दौरान कृषि मंत्री ने महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय की प्रतिभावान छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया।
कृषि मंत्री का यह दौरा कृषि क्षेत्र में सरकार के प्रयासों और योजनाओं को लेकर सकारात्मक संदेश देने के उद्देश्य से किया गया।