केंद्र सरकार की रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के तहत Haryana में बिजली वितरण व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने वाला है। जल्द ही राज्य में प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जाएंगे। इसके तहत, उपभोक्ताओं को पहले बिजली का भुगतान करना होगा, फिर बिजली इस्तेमाल कर सकेंगे।
हरियाणा के करीब 2.75 लाख सरकारी कर्मचारियों के घर सबसे पहले ये प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। इसके बाद योजना के दूसरे चरण में आम उपभोक्ताओं के घर मीटर लगाए जाएंगे। राज्य में कुल 70 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं, जिनमें 32.84 लाख उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (UHBVN) के और 37.62 लाख दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) के हैं।
कैसे काम करेगा स्मार्ट मीटर?
स्मार्ट मीटर को मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होगा। जैसे मोबाइल में वैल्यू पैक लेते हैं, वैसे ही बिजली मीटर में जितनी यूनिट चाहिए, उतना रिचार्ज करना होगा। अगर वाउचर खत्म हो गया, तो बिजली सप्लाई अपने आप बंद हो जाएगी। लेकिन उपभोक्ताओं को पहले ही अलर्ट मिल जाएगा।
बिजली चोरी और बकाया बिल पर रोक
- प्रीपेड मीटर से हर कनेक्शन की ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी, जिससे बिजली चोरी पर रोक लग सकेगी।
- उपभोक्ताओं को बकाया बिल का झंझट नहीं रहेगा, क्योंकि जितना रिचार्ज होगा, उतनी ही बिजली इस्तेमाल हो सकेगी।
स्मार्ट टेक्नोलॉजी से सटीक निगरानी
मीटर में एक खास डिवाइस लगी होगी, जो मोबाइल टावर से सिग्नल भेजकर बिजली कंपनियों को अपडेट देती रहेगी। इससे मीटर रीडिंग के लिए कर्मचारी भेजने की जरूरत नहीं होगी, और रीडिंग में गड़बड़ी की संभावना भी खत्म हो जाएगी। एग्रीकल्चर कनेक्शनों को इस योजना से बाहर रखा गया है।
मीटर की स्क्रीन पर होगी पूरी जानकारी
उपभोक्ता अपनी खपत, शेष यूनिट, और बिल की जानकारी मीटर की स्क्रीन पर देख पाएंगे। अगर बिजली का लोड बढ़ता है, तो मीटर में अलार्म बजेगा, जिससे उपभोक्ता समय पर अपनी खपत कम कर सकें।
क्या आप तैयार हैं इस नए बदलाव के लिए?
प्रीपेड स्मार्ट मीटर से हरियाणा में बिजली का इस्तेमाल अब पूरी तरह पारदर्शी और सुविधाजनक होने वाला है। लेकिन क्या आप इस बदलाव को अपनाने के लिए तैयार हैं?