Ramchandra Jangra

किसानों पर विवादित बयान से घिरे Ramchandra Jangra ने दी सफाई, बोले- मेरा दोषारोपण किसानों पर नहीं था

हरियाणा

BJP सांसद Ramchandra Jangra अपने विवादित बयान के चलते बैकफुट पर आ गए हैं। किसानों को ‘कसाई, हत्यारा और नशे का सौदागर’ कहने के आरोपों के बाद मचे बवाल पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी किसानों पर नहीं थी, बल्कि किसान आंदोलन के बाद होने वाले दुष्प्रभावों पर थी।

उन्होंने कहा कि मेरा आरोप यह नहीं था कि किसानों ने नशा फैलाया या लड़कियों को गायब किया। मेरा कहना था कि आंदोलन का आफ्टर इफैक्ट ऐसा रहा कि बेरोजगारी का फायदा उठाकर गलत काम करने वालों ने इन घटनाओं को अंजाम दिया। जांगड़ा ने यह भी कहा कि किसान भाइयों को भविष्य में ऐसे आंदोलनों से बचना चाहिए और अपनी मांगें शांतिपूर्ण तरीके से सरकार से वार्ता कर पूरी करानी चाहिए।

गन्ना पेराई सत्र के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान लगाए थे आरोप

बता दें कि 12 दिसंबर को रोहतक के महम शुगर मिल में गन्ना पेराई सत्र के शुभारंभ कार्यक्रम में उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर तीखे आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि सांसद ने दावा किया कि 2021 के बाद गांव-गांव में बच्चे बेमौत मर रहे हैं। टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर बैठे पंजाब के नशेड़ियों ने हरियाणा में नशे का नेटवर्क फैला दिया।

जांगड़ा ने सीआईडी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि आंदोलन के दौरान 700 लड़कियां गायब हो गईं और एक व्यक्ति की हत्या कर सड़क पर टांग दी गई। उन्होंने कहा, “ये किसान नहीं, बल्कि कसाई हैं। उन्होंने किसान नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी जैसे नेता अपनी चुनावी हार के बाद किसानों को भड़काने आते हैं।

आंदोलन के खिलाफ अपील

जांगड़ा ने कहा कि किसान आंदोलन के कारण 100 से ज्यादा फैक्ट्रियां बंद हो गईं, भाईचारा खराब हुआ, और हरियाणा को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। जायज मांगों के लिए आंदोलन और धरने की जरूरत नहीं है। हरियाणा और केंद्र सरकार किसानों के लिए अच्छा काम कर रही हैं। समय और पैसा बर्बाद करने की जगह शांतिपूर्ण समाधान पर जोर देना चाहिए। जांगड़ा के बयान से उपजे विवाद के बीच उन्होंने सफाई तो दी है, लेकिन विपक्ष और किसान संगठनों ने उनके बयान की कड़ी निंदा करते हुए उनसे माफी की मांग की है।

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