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केजरीवाल और संजय सिंह पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी, ACB ने मांगा जवाब

राजनीति दिल्ली

Delhi ACB Action 2025: दिल्ली एंटी-करप्शन ब्यूरो (ACB) आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इनमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सांसद संजय सिंह और विधायक मुकेश अहलावत शामिल हैं।

नोटिस का जवाब न देने पर बढ़ेगी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, ACB ने इन नेताओं को नोटिस जारी कर 16 विधायकों के बारे में जानकारी और सबूत मांगे थे, जिनके बारे में दावा किया गया था कि उन्हें 15 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी। अब तक AAP की ओर से कोई जवाब नहीं आया है, जिसके चलते ACB दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर कानूनी कार्रवाई की सिफारिश कर सकता है।

7 फरवरी को ACB की टीम ने केजरीवाल के घर की थी जांच
7 फरवरी को ACB की टीम अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और मुकेश अहलावत के घर जांच के लिए पहुंची थी। लगभग डेढ़ घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें कानूनी नोटिस दिया गया। इस दौरान संजय सिंह भी अपने वकीलों के साथ केजरीवाल के आवास पहुंचे थे।

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भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप
दिल्ली चुनाव नतीजों से ठीक एक दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि भाजपा उनके विधायकों को 15-15 करोड़ रुपये का ऑफर देकर अपनी पार्टी में शामिल कराने की कोशिश कर रही है। इस पर भाजपा ने दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना को पत्र लिखकर जांच की मांग की, जिसके बाद LG ने यह जिम्मेदारी ACB को सौंपी।

ACB ने AAP नेताओं से मांगे जवाब
ACB ने अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह से पांच महत्वपूर्ण सवालों के जवाब मांगे हैं:

  1. आरोपों से जुड़ी पोस्ट किसने लिखी – खुद आपने या किसी और ने?
  2. वे 16 विधायक कौन हैं, जिन्हें कथित तौर पर रिश्वत की पेशकश की गई थी?
  3. विधायकों को रिश्वत देने के लिए जिन नंबरों से कॉल आए, उनकी जानकारी दें।
  4. आरोपों से जुड़े सबूत प्रस्तुत करें, जिससे जांच आगे बढ़ सके।
  5. अगर ये आरोप झूठे पाए गए, तो झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए?

भाजपा ने आरोपों को किया खारिज
भाजपा ने केजरीवाल के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि अगर पार्टी को दिल्ली में 55 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं, तो विधायकों को तोड़ने की कोई जरूरत ही नहीं है। भाजपा ने इसे AAP का प्रोपेगेंडा करार दिया है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ACB की सिफारिश पर आगे क्या कार्रवाई होती है और AAP इन आरोपों का जवाब कैसे देती है।