हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी(CM Saini) ने आज करनाल(Karnal) में 75वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव(75th State Level Forest Festival) में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस मौके पर वनों के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाई और पेड़ लगाने की योजनाओं की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि “वन मित्र” नामक एक नई पहल शुरू(Van Mitra initiative launched) की जाएगी। जिसमें लोगों को प्रति पौधे 20 रुपये मिलेंगे। इसके तहत व्यक्ति अपने आस-पास के क्षेत्र में पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करने के लिए उत्साहित किए जाएंगे। इसके अलावा एक और पहल “पेड़ मां के नाम योजना”(Tree Mother Scheme) भी शुरू की जाएगी। जिसमें हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पेड़ लगाकर उसकी देखभाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस योजना के तहत प्रति पेड़ 10 रुपये की सहायता भी प्रदान की जाएगी। नायब सैनी ने उज्जवल भविष्य के लिए वृक्षारोपण की महत्वपूर्णता पर जोर दिया और बताया कि वृक्षों का हमारे पर्यावरण में महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा पेड़ पौधे हमारे पर्यावरण के रक्षक होते हैं। हमें इनकी सुरक्षा और संरक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए।

इस अवसर पर नायब सैनी ने ओक्सीवन नामक पहल के तहत भी कार्रवाई की घोषणा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ओक्सीवन बनाने की पहल को मजबूती से आगे बढ़ाया जा रहा है, ताकि पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण के माध्यम से शहरों और गांवों को हरा-भरा बनाया जा सके।
सेलिब्रेट नेचर सेलिब्रेट लाइफ का दिया संदेश
वन महोत्सव के अंतर्गत करनाल में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए विभिन्न समूहों, संगठनों, विद्यालयों और NCC कैडेट्स ने मिलकर लगाए गए 20,000 पेड़। इसके साथ ही, नायब सैनी ने “सेलिब्रेट नेचर-सेलिब्रेट लाइफ” का संदेश भी दिया और व्यक्त किया कि हमें अपने पर्यावरण के साथ मिलकर रहना चाहिए।
22,425 हेक्टेयर क्षेत्र को सुरक्षित वन घोषित
इस महोत्सव के दौरान नायब सैनी ने यह भी बताया कि हरियाणा सरकार ने वृक्षारोपण के लिए विभिन्न जिलों में 22,425 हेक्टेयर क्षेत्र को सुरक्षित वन घोषित किया है। उन्होंने बताया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 22 ओक्सीवन स्थापित किए गए हैं और प्रत्येक जगह पेड़ों के संरक्षण की दिशा में कार्रवाई की जा रही है। वन विभाग द्वारा पेड़ों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए जियो टैगिंग और ड्रोन के माध्यम से नियमित मैपिंग की प्रक्रिया शुरू की गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोरनी में ऑक्सी वन स्थापित किया गया है और नगर वन विकसित करने के प्रयास भी जारी हैं।