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हरियाणा में खाकी फ‍िर दागदार, अब इस डीएसपी पर लगे लाखों की रिश्‍वतखोरी के आरोप, अंतरजातीय विवाह‍ का मामला, जानें

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डीएसपी संजय बिश्नोई पर 10 लाख की वसूली का आरोप
ग्रामीणों ने सामूहिक बयान देकर दिए साक्ष्य
अंतरजातीय विवाह मामले में फर्जी केस में फंसाने की धमकी का आरोप



हरियाणा के फतेहाबाद जिले के ढाणी भोजराज गांव में अंतरजातीय विवाह के बाद उपजे विवाद का मामला अब एक भ्रष्टाचार के आरोप में बदल गया है। गांव के युवक व युवती द्वारा अंतरजातीय विवाह करने के बाद एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था, लेकिन अब आरोप है कि मामले की जांच कर रहे डीएसपी ने मुकदमे में नामजद लोगों को फंसाने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की अवैध वसूली की। डीएसपी के पीए की एक कथित आडियो भी वायरल हो रही है।

ग्रामीण नरेश ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) को शिकायत देकर बताया कि 15 फरवरी 2025 को थाना भूना में यह मामला दर्ज हुआ था। पीड़ित पक्ष का कहना है कि जांच अधिकारी ने डर का माहौल बनाकर पैसे की मांग की, और चंदा कर 12.60 लाख रुपये इकट्ठा किए गए, जिनमें से 10 लाख रुपये कथित तौर पर अधिकारी को दिए गए

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शिकायत में डीएसपी रतिया के रीडर दर्शन सिंह की फोन पर हुई बातचीत को भी अहम सबूत बताया गया है, जिसमें वह यह कहता सुनाई दे रहा है कि “जो पैसे मिले वो डिप्टी साहब को ठा के दे दिए”। बातचीत में कई गंभीर संकेत और स्वीकारोक्ति जैसे वाक्य सामने आए हैं, जैसे:

  • “धक्के से दे के आए हैं, कह दूंगा अगला तो नाट गया”
  • “11 लाख बतावे बे, फेर पांच ग्या है…”

इसके साथ ही 23 ग्रामीणों ने भी अपने हस्ताक्षर व अंगूठे लगाकर सामूहिक बयान दिया है कि पैसे वाकई में इकट्ठा कर अधिकारी को दिए गए। ग्रामीणों में सरजीत, सत्यवान, राजेंद्र, ओमप्रकाश, सुभाष, मनदीप आदि के नाम शामिल हैं। वहीं, फतेहाबाद के डीएसपी हेड क्वार्टर संजय बिश्नोई के रीडर सब इंस्पेक्टर दर्शन सिंह के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो के हिसार थाने में केस दर्ज किया गया है। रीडर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। डीएसपी वाले पहलू में अभी जांच चल रही है।

पूरा मामला तब शुरू हुआ था जब एक अनुसूचित जाति के युवक ने उच्च जाति की युवती से विवाह कर लिया। विवाह के बाद दोनों गांव छोड़ गए थे और लड़के के परिवार का बहिष्कार कर दिया गया। यहां तक कि गांव की दुकानों से सामान देना भी बंद कर दिया गया, जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था

हालांकि डीएसपी संजय बिश्नोई ने सभी आरोपों से इनकार किया है। उनका कहना है कि, “मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं, कोई भी शिकायत भेज सकता है, सच्चाई जांच में सामने आ जाएगी।”

मामला अब केवल अंतरजातीय विवाह का नहीं, बल्कि पुलिसिया भ्रष्टाचार, धमकी, अवैध वसूली और जातीय भेदभाव जैसे गंभीर मुद्दों में बदल चुका है। अब सभी की नजरें ACB की जांच पर टिकी हैं।