- प्रधानमंत्री के भाषण के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान ने फिर से ड्रोन हमले शुरू किए
- सांबा, जालंधर और होशियारपुर में ड्रोन देखे गए, धमाकों से दहशत
- DGMO बातचीत और सीजफायर प्रतिबद्धता को पाकिस्तानी कार्रवाई ने किया तार-तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोमवार को राष्ट्र के नाम दिए गए सख्त संदेश के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी गैर-जिम्मेदाराना हरकतों से क्षेत्रीय शांति को चुनौती दी है। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में स्पष्ट कहा था कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अब किसी भी दबाव में नहीं आएगा और जो देश आतंकियों को शरण देते हैं, उन्हें भी नतीजे भुगतने होंगे।
इसी भाषण के कुछ ही घंटे बाद, सोमवार रात करीब 9:30 बजे, जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोन घुसपैठ की कोशिश करते पाए गए। भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन ड्रोन को मार गिराया। यह हमला प्रधानमंत्री के उस बयान के तुरंत बाद हुआ, जिसमें उन्होंने सीमा पार से आतंक को समर्थन देने वालों को चेताया था।
पंजाब के होशियारपुर जिले के दसूहा क्षेत्र में रात को 5 से 7 जोरदार धमाकों की आवाज आई, जिसके बाद पूरे जिले में ब्लैकआउट कर दिया गया। इसके साथ ही जालंधर में भी ड्रोन देखे जाने की पुष्टि हुई है। इन घटनाओं ने एक बार फिर यह साफ कर दिया कि पाकिस्तान, शांति प्रस्तावों और DGMO स्तर की बातचीत के बावजूद अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा।
गौरतलब है कि कुछ घंटे पहले ही भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच बातचीत में सीजफायर का पालन करने और एक भी गोली न चलाने पर सहमति बनी थी। लेकिन पाकिस्तान की यह ताजा हरकत सीजफायर की भावना का सीधा उल्लंघन है।
भारत की ओर से शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ था। अब ड्रोन हमले और धमाकों के जरिए वह फिर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है।
पंजाब के अमृतसर, तरनतारन, पठानकोट और फाजिल्का में स्कूल-कॉलेज एहतियातन बंद कर दिए गए हैं। सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ड्रोन हमले प्रधानमंत्री के बयान के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट को दर्शाते हैं।