➤राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को दिल्ली में विपक्षी मार्च के दौरान पुलिस ने हिरासत में लिया
➤विपक्ष ने चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया, पुलिस ने मार्च को रोक कर नेताओं को हिरासत में लिया
➤राहुल गांधी पर झारखंड में मानहानि मामले में भी कानूनी कार्यवाही चल रही है
दिल्ली में 11 अगस्त 2025 को विपक्षी दलों के सांसदों ने चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस मार्च में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई अन्य विपक्षी नेता शामिल थे। संसद से शुरू होकर चुनाव आयोग के कार्यालय तक मार्च निकालने की योजना थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने ट्रांसपोर्ट भवन के पास बैरिकेडिंग कर विरोध प्रदर्शन को रोक दिया। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने यह कार्रवाई मार्च को व्यवस्थित रूप से रोकने और स्थिति को काबू में रखने के लिए की।
विपक्षी नेताओं का आरोप था कि चुनाव आयोग सरकार के दबाव में है और स्वतंत्रता तथा निष्पक्षता की भावना से हटकर कार्य कर रहा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार डरपोक है और विरोध को दबाने की कोशिश कर रही है। उनका यह भी कहना था कि यह लड़ाई लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी है।
इसके अलावा, राहुल गांधी पर झारखंड के चाईबासा कोर्ट में एक मानहानि मामले की भी कानूनी कार्यवाही चल रही है। यह मामला 2018 का है जिसमें राहुल गांधी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। हाल ही में राहुल गांधी कोर्ट में पेश हुए और उन्हें जमानत मिल गई।
प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ भी केरल में एक यूट्यूबर द्वारा उनकी काफिले को अवरुद्ध करने के मामले में गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिली। यह स्पष्ट करता है कि कांग्रेस के दोनों नेताओं को वर्तमान राजनीतिक माहौल में कई कानूनी और राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।