चंडीगढ़ में दोपहर 12 बजे के बाद चलने वाली दोपहिया वाहनों की रजिस्ट्रेशन 29 अक्टूबर से फिर से शुरू हो जाएगी। चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने इस बारे में फैसला लिया है। चंडीगढ़ के प्रशासन ने दीवाली और गुरु पर्व को देखते हुए दोपहिया वाहनों की रजिस्ट्रेशन पर लगे प्रतिबंध को 27 नवंबर तक हटा दिया है। इससे पहले यह रजिस्ट्रेशन 29 अक्टूबर से बंद थी। इससे पहले भी चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के तहत कई बार रजिस्ट्रेशन पर बंदिशें लगाई गई थीं। लेकिन अब 29 अक्टूबर से रजिस्ट्रेशन फिर से शुरू हो जाएगी।
इस नए फैसले के बाद अब दोपहिया वाहनों की खरीदारी करने वाले लोग फिर से अपनी बुकिंग करा सकते हैं। अनुमान है कि आज करीब 400 वाहनों की रजिस्ट्रेशन हो सकती है। हालांकि नए साल के उपलक्ष्य में भी यह तय नहीं किया गया है कि रजिस्ट्रेशन बंद होगी या नहीं। इस नए निर्णय के साथ, चंडीगढ़ प्रशासन ने देश के पहले राज्य के रूप में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी को लागू किया है। इसका उद्देश्य वाहनों की खरीदारी को बढ़ावा देना और प्रदूषण को कम करना है।
शहरभर में किया जा रहा था विरोध
सितंबर 2022 में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी लागू होने के बाद यह तीसरी बार है, जब इसमें बदलाव किया गया है। इससे पहले 6 अक्टूबर को भी ईवी पॉलिसी में कैंपिंग के कारण रजिस्ट्रेशन बंद हो गई थी। शहरभर में इसका विरोध किया जा रहा था। उसके बाद 18 अक्टूबर को रजिस्ट्रेशन के लिए 10 प्रतिशत कोटा बढ़ाया गया था। वह भी 29 अक्टूबर को समाप्त हो गया था। अभी 29 अक्टूबर से रजिस्ट्रेशन बंद है।
प्रदेश में इस तरह की कोई पॉलिसी नहीं लाई गई
पूरे देश में केंद्र सरकार की तरफ से इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रमोट किया जा रहा है। लेकिन इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के तहत कैपिंग लगाने वाला चंडीगढ़ पहला राज्य है। अभी तक किसी भी प्रदेश में इस तरह की कोई पॉलिसी नहीं लाई गई है। सोमवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक मामले की सुनवाई के दौरान चंडीगढ़ प्रशासन के वकील ने दलील दी थी कि चंडीगढ़ इस तरह की व्यवस्था लागू कर देश का पहला राज्य बनेगा और पूरे देश में इसकी मिसाल कायम करेगा।