दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का दिल्ली से बागपत तक का 32 किलोमीटर लंबा हिस्सा आखिरकार पूरा हो गया है। इस महत्वपूर्ण परियोजना का उद्घाटन अप्रैल के अंत तक होने की संभावना है, क्योंकि अब इसका सुरक्षा ऑडिट कराया जाएगा।
एक्सप्रेसवे का रूट और कनेक्टिविटी
यह एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से शुरू होकर लक्ष्मीनगर, गीता कॉलोनी, लोहे का पुल, शास्त्री पार्क, न्यू उस्मानपुर, करतार नगर, खजूरी खास, बिहारीपुर, अंकुर विहार, शारदा सिटी, पावी पुश्ता (लोनी), मंडोला एनबीसीसी टाउनशिप होते हुए बागपत के मवीकला तक जाता है। खास बात यह है कि इसे बागपत में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया है, जो पहले से ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से कनेक्टेड है। इस तरह यह तीनों बड़े एक्सप्रेसवे आपस में जुड़कर यातायात को और सुगम बनाएंगे।
देरी की वजह और अधूरे कार्यों का निपटारा
यह परियोजना 2023 में पूरी होनी थी, लेकिन निर्माण में कई तकनीकी और प्रशासनिक अड़चनों के कारण देरी हुई। एक्सपेंशन ज्वाइंट्स मानकों के अनुसार नहीं थे, जिसे अब सुधार दिया गया है। इसके अलावा, गाजियाबाद में सर्विस रोड के लिए जमीन विवाद भी देरी की एक प्रमुख वजह बनी। अब सभी निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं और एक्सप्रेसवे सुरक्षा ऑडिट के बाद चालू कर दिया जाएगा।
यात्रियों को मिलेगी राहत
इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली से बागपत और आगे देहरादून तक की यात्रा में बड़ी सुविधा होगी। ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी और सफर भी तेज होगा।