Delhi CM Oath Live : हरियाणा में जींद की रहने वाली रेखा गुप्ता ने दिल्ली के CM पद की शपथ ले ली है। रेखा गुप्ता के बाद प्रवेश वर्मा समेत 6 मंत्रियों ने शपथ ली।
रेखा गुप्ता के बाद अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली।
प्रवेश वर्मा के बाद आशीष सूद ने मंत्री पद के लिए शपथग्रहण की।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने आशीष सूद के बाद मंत्री पद की शपथ ली।
रविंद्र इंद्राज सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली।
कपिल मिश्रा ने मंत्री पद के लिए शपथग्रहण की।
पंकज कुमार सिंह ने मंत्री पद के लिए शपथ ली।
गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने उन्हें Z कैटेगरी सुरक्षा प्रदान की गई, जो शपथ ग्रहण के तुरंत बाद प्रभावी हो जाएगी। इस सुरक्षा व्यवस्था के तहत रेखा गुप्ता को दो पीएसओ (Personal Security Officers) की राउंड द क्लॉक तैनाती और एक एस्कॉर्ट गाड़ी मिलेगी, जिसमें सुरक्षाकर्मी रहेंगे।
इसके अलावा, रेखा गुप्ता के घर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। उनके निवास पर कुल 10 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इनमें से 4 पुलिसकर्मी घर के फ्रंट पर, 4 बैंक साइड पर और 2 कमांडो सुरक्षा कड़ी करेंगे। यह कदम मुख्यमंत्री की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
मंच पर पहुंच चुके हैं ये नेता
रामलीला मंच पर शपथग्रहण समारोह में आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM पवन कल्याण, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना भी रामलीला मैदान पहुंचे। आप राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने रेखा गुप्ता को बधाई दी।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केपी मौर्य, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा दिल्ली CM के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए रामलीला मैदान पहुंचे। गृह मंत्री अमित शाह भी रामलीला मैदान में पहुंच चुके हैं। शपथ लेने से पहले रेखा गुप्ता मरघट वाले हनुमान मंदिर पहुंचीं। राजस्थान CM भजनलाल शर्मा शपथग्रहण में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे।
शपथ से पहले रेखा गुप्ता ने गुरुवार सुबह मीडिया से बातचीत में कहा,’यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं PM मोदी और पार्टी हाईकमान का शुक्रिया अदा करती हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दिल्ली की CM बनूंगी। मैं शीशमहल में नहीं रहूंगी।’
दिल्ली की सीएम चुने जाने पर रेखा गुप्ता के गांव नंदगढ़ में महिलाएं नाच-गाकर खुशियां मना रही हैं। जींद में जश्न का माहौल है। महिलाओं ने कहा कि उनके लिए बड़े गर्व की बात है कि उनके यहां की बेटी देश की राजधानी की मुख्यमंत्री बनेंगी।
वहीं उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए CM नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर दिल्ली रवाना हो चुके हैं। रेखा को कल (19 फरवरी) को दिल्ली भाजपा विधायक दल की मीटिंग में मुख्यमंत्री चुना गया। इस दौरान ऑब्जर्वर के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ हरियाणा के जाट नेता ओपी धनखड़ भी मौजूद रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री चुने जाने पर हरियाणवी परंपरा के अनुसार शगुन भी दिया।

दिल्ली की नौवीं CM रेखा गुप्ता
50 साल की रेखा गुप्ता जिंदल दिल्ली की नौवीं CM होंगी। दिल्ली की चौथी मुख्यमंत्री के तौर पर RSS ने रेखा गुप्ता का नाम आगे बढ़ाया था और पार्टी ने उस पर मुहर लगा दी। रेखा ने छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत की, दो बार विधायक का चुनाव हार चुकी हैं।
रेखा गुप्ता भी पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की तरह वैश्य हैं। दिल्ली में वैश्य समुदाय व्यापार में होल्ड रखता है। ये हमेशा बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है। इसी वजह से भाजपा के तीन नेताओं के नाम सीएम पद की दौड़ में थे। इनमें रेखा गुप्ता के अलावा विजेंद्र गुप्ता और जीतेन्द्र महाजन का नाम था।
21 राज्यों में BJP की इकलौती महिला CM
दिल्ली में 27 साल बाद BJP बहुमत से चुनाव जीती है। जिसके बाद देश के 21 राज्यों में BJP या उनके गठबंधन की सरकार है। ऐसे में भाजपा दिल्ली में महिला सीएम का दांव चला है। इससे पहले AAP ने भी आतिशी को मुख्यमंत्री बनाया था। भाजपा ने पहले सुषमा स्वराज को भी दिल्ली का CM बनाया था।
दिल्ली महिला विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 48 सीटें जीतीं, कुल 45.56% वोट मिला। इसका बड़ा कारण यह भी रहा कि भाजपा ने महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा की थी।
कौन हैं रेखा गुप्ता
रेखा गुप्ता का जन्म 1974 में जींद जिले के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव में हुआ था। जब वे केवल दो साल की थीं, उनके पिता की नौकरी भारतीय स्टेट बैंक में बतौर मैनेजर दिल्ली में लगी, और पूरा परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। दिल्ली में पढ़ाई के दौरान रेखा गुप्ता ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़कर राजनीति में सक्रियता शुरू की और दिल्ली विश्वविद्यालय की सचिव व प्रधान भी रहीं।
हालांकि, अब उनके परिवार के लोग जुलाना की अनाज मंडी में आढ़त का काम करते हैं, लेकिन रेखा गुप्ता का अपने गांव और क्षेत्र से गहरा लगाव अभी भी बना हुआ है। वे समय-समय पर जुलाना आती रहती हैं। रेखा गुप्ता की 1998 में मनीष गुप्ता से शादी हुई थी। मनीष गुप्ता स्पेयर पार्ट्स का कारोबार करते हैं।
रेखा गुप्ता पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता है। वह शालीमार बाग सीट से विधायक चुनी गई है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 वोटों के बड़े अंतर से मात दी है।
रेखा गुप्ता बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सक्रिय सदस्य हैं। संघ की छात्र शाका अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जरिये उन्होंने छात्र राजनीति में प्रवेश किया। 1994-95 में वह दौलत राम कॉलेज में सचिव चुनी गई। 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव बनीं। 1996-97 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष बनीं।
भाजपा में कई पदों पर रहीं रेखा गुप्ता
रेखा गुप्ता 2003-2004 तक बीजेपी युवा मोर्चा दिल्ली में सचिव के पद पर रहीं। 2004-06 में वह युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव बनीं। अप्रैल 2007 में उत्तरी पीतमपुरा वार्ड से बीजेपी के टिकट पर पार्षद बनीं। नगर निगम में पार्षद बनने के बाद उन्हें 2007-09 तक महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी सौंपी गई।
मार्च, 2010 में उन्हें भाजपा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। मौजूदा वक्त में वह भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। रेखा गुप्ता शालीमार बाग वार्ड से भी पार्षद रही हैं।
रेखा गुप्ता को 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से हार मिली थी। 2015 में उन्हें लगभग 11000 वोटों से वंदना कुमारी ने हराया था जबकि 2020 में उनकी हार का अंतर 3440 वोटों का था। लेकिन इस बार रेखा गुप्ता ने वंदना कुमारी को बहुत बड़े अंतर से चुनाव में शिकस्त दी है।
रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह के लिए तीन बड़े मंचों का निर्माण किया गया है। मुख्य स्टेज पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, लेफ्टिनेंट गवर्नर और दिल्ली के मुख्यमंत्री बैठेंगे। दूसरे मंच पर धर्म गुरुओं को बैठने की जगह होगी। तीसरी मंच पर दिल्ली के मौजूदा सांसद और चुने हुए विधायक बैठेंगे। फिल्मी सितारों को मंच के नीचे जगह दी गई है। कार्यक्रम में करीब 1.5 लाख लोगों के आने का इंतजार किया जा रहा है।
बीजेपी ने शपथ ग्रहण समारोह का नाम ‘विकसित दिल्ली शपथ समारोह’ रखा है। पार्टी ने पिछली आप सरकार पर आरोप लगाया था कि वो अपने कार्यकाल में अपने कर्तव्यों का पालन करने में नाकाम रही है। चुनावों से पहले, भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणापत्र ‘विकसित दिल्ली संकल्प’ में वादा किया था कि जब पार्टी सरकार बनाएगी, तो वह “दिल्ली को एक नई दिशा देगी।” इस वजह से बीजेपी ने शपथ ग्रहण समारोह का भी यही नाम रखा है।
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