हरियाणा पूर्व विधानसभा स्पीकर सतबीर कादियान(Haryana Assembly Speaker Satbir Kadian) की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला(Ex Deputy CM Dushyant Chautala) पहुंचे। उन्होंने सतबीर कादियान के योगदान को याद किया और उनके सपनों को पूरा करने की अपील की। इस अवसर पर पूर्व विधानसभा स्पीकर सुपुत्र एवं जेजेपी वरिष्ठ नेता देवेंद्र कादियान(JJP senior leader Devendra Kadian) सहित अन्य नेताओं ने भी अपने-अपने विचार रखें।
पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हर साल सतबीर कादियान के नाम पर एक डिबेट आयोजित की जानी चाहिए, ताकि उनके सपनों को साकार किया जा सके। चौटाला ने मंच पर मौजूदा राजनीतिक मामलों पर भी बातचीत की। उन्होंने घोषणा की, कि उनकी पार्टी 10 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी, वहीं करनाल से विशेष रूप से चुनाव लड़ेगी। दुष्यंत चौटाला ने इस्तीफे पर बोलते हुए कहा कि डिजिटल इस्तीफे की कॉपी मिली है। इसे राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वीकार करेंगे या नहीं, यह उनका निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष निशान सिंह के इस्तीफे के बाद भी पार्टी अपना काम जारी रखेगी। चौटाला ने कहा कि कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दिया है, लेकिन और भी लोग पार्टी में शामिल होंगे।

दुष्यंत चौटाला अपने चाचा अभय चौटाला पर भी बरसे। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला की सोच और भाषा को कोई नहीं बदल सकता। सरकार की कार्यवाही पर भी उन्होंने विचार व्यक्त किया। उन्होंने नायब सिंह सैनी को लक्ष्य बनाया और किसानों की परेशानी को उठाया। वहीं उन्होंने कहा कि माना कि जनता द्वारा विरोध किया जा रहा है, लेकिन जनता को मनाने का प्रयास किया जाएगा। विरोध के डर से राजनीति को नहीं छोड़ेंगे।
करनाल लोकसभा से इनेलो छोड़ गई मैदान
इनेलो पार्टी का सत्यानाश उसके चेले चपाटो ने किया, न कि हमने पार्टी को तोड़ा है। हमने अपनी अलग जननायक जनता पार्टी बनाई है। करनाल लोकसभा से इनेलो तो मैदान छोड़ गई है, मगर हम चुनाव जरूर लड़ेंगे। दुष्यंत चौटाला ने एक बार फिर चाचा अभय सिंह चौटाला को नॉन सीरियस पॉलीटिशियन बताया है। इनेलो पार्टी पर निशाना साधते हुए जिस पार्टी का जनाधार इस बात पर टिका है कि हम चुनाव छोड़ देंगे, उसे पार्टी के पल्ले 5 हजार वोट भी नहीं है।

नायब सैनी की सरकार में किसान परेशान
सरसों और बाजरे की खरीदारी पर दुष्यंत चौटाला ने नायब सिंह सैनी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नायब सिंह सैनी की सरकार में किसान परेशान है। यहां तक कि सैनी सरकार में तो ऐसा काम कर दिया कि जो काम किसान और आढ़ती करते थे, अब वह काम हैफेड की कमीशन एजेंट कर रहे हैं। नायब सिंह सैनी ने अपने चहेतों को काम दिया है। जिसके चलते किसानों के बाजरे की फसल की खरीद नहीं हो पा रही है और किसान सड़क जाम कर रहे हैं। किसान की सोच और फिक्र करने वाला आज सरकार में नहीं है। किसानों को परेशान किया जा रहा है और आज किसानों के हालात ऐसे बन गए हैं की नमी के नाम पर 300 रुपए का कट लगाया जा रहा है।