➤ पंजाब-हरियाणा में डंकी रूट गिरोह पर ED का शिकंजा, 11 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी
➤ अमेरिका से डिपोर्टेड प्रवासियों के बयानों से खुला रैकेट, एजेंटों से वसूले जाते थे 50 लाख तक
➤ ED ने अमृतसर, संगरूर, अंबाला, करनाल सहित कई ठिकानों से दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक्स किए जब्त
पंजाब और हरियाणा के लोगों को डंकी रूट के जरिए अमेरिका और अन्य देशों में अवैध रूप से भेजने वाले एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार सुबह से जालंधर स्थित ईडी टीमों ने अमृतसर, संगरूर, पटियाला (पंजाब) और अंबाला, करनाल (हरियाणा) सहित कुल 11 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की।
यह छापेमारी उन 17 FIR पर आधारित है, जिनमें पीड़ितों ने बताया था कि उन्हें डंकी रूट से विदेश भेजा गया था। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग की धारा के तहत जांच शुरू की है।
सूत्रों के अनुसार, अमेरिका से डिपोर्ट किए गए प्रवासियों के बयान दर्ज किए गए, जिनमें उन्होंने कबूल किया कि एजेंटों ने उनसे 45-50 लाख रुपए लेकर उन्हें अवैध और जानलेवा मार्गों से अमेरिका पहुंचाने की कोशिश की थी। कुछ मामलों में ये लोग जंगल, रेगिस्तान, पहाड़ और समुद्र के रास्तों से गुजरते हुए कई देशों की सीमाएं पार करते हैं, जिससे कई बार जान का खतरा भी रहता है।
ED ने कई संदिग्ध एजेंटों की पहचान की है और छापेमारी के दौरान दस्तावेज, नकदी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। इनसे लेन-देन, पासपोर्ट, फर्जी दस्तावेज और नेटवर्क के दूसरे लिंक को खंगालने की कोशिश की जा रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, यह नेटवर्क खास तौर पर पंजाब और हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाता है। उन्हें विदेश में चमकदार जिंदगी का सपना दिखाकर झूठे वादों और अवैध रास्तों में धकेल दिया जाता है।
ED ने स्पष्ट किया है कि अवैध इमिग्रेशन के इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए जांच तेज़ की जा रही है और दोषियों को कानूनी दायरे में लाया जाएगा।