➤ पानीपत की युवती के फर्जी अश्लील वीडियो वायरल, साइबर गैंग ने बनाया निशाना
➤ आरोपी मांग रहा वीडियो डिलीट करने के बदले पैसे, पुलिस ने शुरू की जांच
➤ पहले भी तीन इन्फ्लुएंसर युवतियों को इसी तरह बदनाम कर चुका है गैंग
हरियाणा के पानीपत जिले में एक बड़ी साइबर क्राइम वारदात सामने आई है, जहां 13 लाख फॉलोअर्स वाली एक महिला सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का एआई और डीपफेक तकनीक से न्यूड वीडियो बनाकर उसे बदनाम करने की साजिश रची गई। आरोपी ने इस वीडियो को फेक इंस्टाग्राम अकाउंट से वायरल किया और फिर वीडियो डिलीट करने के एवज में मोटी रकम की मांग की।
इस युवती ने तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित युवती पानीपत के एक गांव की रहने वाली है और इंस्टाग्राम पर उसकी फॉलोइंग लाखों में है। इस घटना से न केवल युवती मानसिक रूप से आहत हुई है, बल्कि ऑनलाइन स्पेस में बढ़ती असुरक्षा को लेकर चिंता भी गहराई है।
पहले तीन और इन्फ्लुएंसर्स को इसी तरह बदनाम कर चुका है साइबर गैंग
पुलिस सूत्रों की मानें तो यह कोई एकल मामला नहीं है। इससे पहले भी तीन अन्य सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर युवतियों को टारगेट किया गया। सभी मामलों में एक जैसे पैटर्न अपनाए गए — डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल कर अश्लील फोटो-वीडियो बनाना, फिर उन्हें फर्जी अकाउंट से वायरल करना और आखिर में ब्लैकमेल कर पैसे की मांग करना।
पुलिस की माने तो यह किसी संगठित साइबर गैंग का हिस्सा हो सकता है, जो खासतौर पर इंस्टाग्राम पर सक्रिय फेमस चेहरों को निशाना बना रहा है। एसआईटी (विशेष जांच टीम) गठित कर दी गई है जो डार्क वेब ट्रैकिंग और आईपी ट्रेसिंग पर काम कर रही है।
चैट से हुआ खुलासा — आरोपी ने लिखा, ‘पैसे दो, वीडियो हटेगा’
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी ने युवती को इंस्टाग्राम पर फर्जी प्रोफाइल से मैसेज भेजा। उस चैट में लिखा गया — “अगर तुम्हें ये वीडियो हटवाना है तो जितनी जल्दी हो सके पेमेंट करो। वरना और वायरल करूंगा।” इसके बाद ही पीड़िता ने तुरंत हेल्पलाइन पर संपर्क किया।
डीपफेक टेक्नोलॉजी बनी खतरा, जरूरी है डिजिटल सुरक्षा
इस घटना ने डीपफेक और AI टूल्स के गलत इस्तेमाल की गंभीरता को उजागर किया है। एक ओर जहां ये तकनीक मनोरंजन व सृजनात्मकता में योगदान कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर इनका दुरुपयोग महिलाओं की निजता, गरिमा और मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा प्रहार बन गया है।
पानीपत पुलिस का कहना है कि लड़की की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और तकनीकी विश्लेषण से आरोपी को जल्द ट्रेस किया जाएगा।