- सोनीपत में कांग्रेस मेयर उम्मीदवार का सबसे महंगा नामांकन: कमल दीवान को 1.16 करोड़ रुपये भरने पड़े।
- भाजपा पर साजिश रचने का आरोप: कमल दीवान का दावा, “मुझे चुनाव से रोकने की हो रही कोशिश।”
- कोर्ट जाने का ऐलान: उम्मीदवार बोले, “जो पैसे भरवाए गए, उनके लिए कोर्ट जाऊंगा, न्यायपालिका पर भरोसा है।”
Congress nomination controversy: सोनीपत निकाय चुनाव में कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार कमल दीवान का नामांकन सबसे महंगा साबित हुआ। उन्हें नामांकन प्रक्रिया के दौरान 1 करोड़ 15 लाख 95 हजार 866 रुपये भरने पड़े। इस प्रक्रिया में उन्हें तीन घंटे लगे। दीवान ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि भाजपा ने उनके खिलाफ साजिश रची है और चुनाव लड़ने से रोकने की कोशिश की जा रही है।
कमल दीवान ने कहा, “मेरे खिलाफ एक मामला कोर्ट में विचाराधीन है, जिसका फायदा उठाकर भाजपा ने बाधाएं खड़ी कीं। अधिकारियों को सरकार के आदेशों का पालन करना पड़ता है, इसलिए मुझे बेवजह परेशान किया गया।” उन्होंने दावा किया कि उनका कोई बकाया नहीं था, फिर भी उन्हें 1.16 करोड़ रुपये भरने के लिए मजबूर किया गया।
उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने जनता के समर्थन से यह राशि भरी है और पूरी ईमानदारी से चुनाव लड़ूंगा। मेरे पिता दो बार विधायक रह चुके हैं, उन्होंने भी हमेशा सत्य और ईमानदारी का रास्ता अपनाया।”
कमल दीवान ने साफ किया कि वे इस मामले को लेकर कोर्ट जाएंगे और न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “मुझे परेशान किया जा रहा है, लेकिन मैं घमंड नहीं करता, बल्कि जनता के सामने हाथ जोड़कर जाऊंगा। भ्रष्टाचार मिटाने का मेरा संकल्प अडिग रहेगा।”