यमुनानगर में मां ने अन्य लोगों के साथ स्कूल के आगे बंदूक दिखाकर अपने 7 वर्षीय बच्चे को अपहरण करने की कोशिश की। स्कूल के आगे सड़क का निर्माण कार्य को लेकर स्कूल बस स्कूल से 100 मीटर दूरी पर बच्चों को उतार स्कूल लेकर जा रहा था। इस बीच मां व अन्य लोगों द्वारा अपहरण करने की कोशिश की गई। जिसके बाद बच्चे द्वारा शोर मचाया गया और वहा मौजूद स्कूल के स्टाफ द्वारा बच्चे को बचाया। अपहरण करने आए लोग मौके से गाड़ी लेकर फरार हो गए। परिवार में मां बाप के बीच चल रहे झगड़े के चलते कोर्ट ने बच्चे की देखरेख की पिता को जिम्मेदारी सौंपी हुई है।
बता दें कि एक मां ने स्कूल के आगे अपने साथियों साथी बंदूक दिखाकर अपने बच्चे को अपहरण करने की कोशिश की। कारण यह है कि परिवार में पहले से ही मां और पिता के बीच झगड़ा चल रहा था और कोर्ट ने झगड़े के बीच पिता को बच्चे की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी है। घटना के अनुसार स्कूल के आगे सड़क पर काम लगा होने के कारण बच्चों को स्कूल बस द्वारा उतार कर स्कूल में लेकर जाया जा रहा था। इस बीच मां द्वारा अपने अन्य साथियों को लेकर बच्चे को स्कूल के आगे बंदूक दिखाई, जिससे अपहरण की कोशिश की गई। जिसके बाद बच्चे द्वारा शोर मचाया गया। वहां मौजूद स्कूल के स्टाफ द्वारा बच्चे को बचाया। अपहरण करने आए लोग मौके से गाड़ी लेकर फरार हो गए। जिसके पीछे मां और पिता के बीच चल रहे आंतरिक विवाद का मामला है, जिसका मामला कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है। फिलहाल पुलिस द्वारा मौके पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली व बच्चे से पूछताछ की जा रही है।

बच्चे से की जा रही पूछताछ, जांच के बाद होगी कार्रवाई
साढौरा थाना प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि 112 पर सूचना प्राप्त हुई कि सढौरा में स्कूल के आगे एक बच्चे को अपहरण किया जा रहा है। जिसको लेकर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चो को वहा पर स्कूल में सुरक्षित पाया गया। पुलिस द्वारा तफ्तीश के दौरान पाया गया कि परिवार का पहले से ही आपसी मामला कोर्ट में चल रहा था। थाना प्रभारी द्वारा बताया कि मामले की जांच के बाद जो भी कारवाई बनेगी, उसको किया जाएगा। हथियार दिखाने के बारे पुलिस पर अभी कोई जानकारी नहीं आई। फिलहाल बच्चे से पूछताछ की जा रही है।

अपहरण करने आए लोगों ने धमकाया : हर्ष
7 वर्षीय हर्फ ने बताया कि अपहरण करने आए लोग द्वारा धमकाया गया कि वह उसको मार देंगे और बंदूक दिखाई व उसको अपनी गाड़ी में बिठा लिया। जिसके बाद ड्राइवरों द्वारा उस गाड़ी को रोका और बचाया गया।

स्कूल के बाहर पहले से मौजूद थी कार
बच्चे के पिता ने बताया कि उसका बच्चा रोज की तरह घर से स्कूल बस में स्कूल से निकला। स्कूल के बाहर सड़क का निर्माण चल रहा था। जिस पर बच्चो को स्कूल में लेकर जाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि कार पहले से ही स्कूल के बाहर मौजूद थी। बच्चे को देख कार से दो महिलाएं व एक व्यक्ति उतरा और एक महिला ने बच्चे का मुंह दबोच लिया तथा बच्चे को कार में बैठाया। बच्चे द्वारा शोर मचाया, जैसे ही अपहरणकर्ता बच्चे का अपहरण कर भागने लगे, वहां मौजूद चालक व परिचालक ने सूझ बूझ से बच्चों को बचाया।
