हरियाणा के Panipat जिले के समालखा कस्बे में ढोडपुर पुल के पास एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने पैदल चल रहे व्यक्ति को टक्कर मार दी। इस हादसे में 45 वर्षीय संटू मांझी की मौत हो गई। मृतक का नाम संटू मांझी था, जो ईंट भट्ठे से सामान लाने के लिए घर से निकला था, लेकिन घर लौटने में देर होने पर बेटे रवि कुमार ने उसे फोन किया। जवाब नहीं मिलने पर एक व्यक्ति ने एंबुलेंस चालक बनकर उसे हादसे की सूचना दी।
रवि कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह बिहार के शेखपुरा जिले के गांव लोदीपुर का रहने वाला है। 17 दिसंबर की शाम उसके पिता संटू मांझी पानीपत के गांव नरायणा स्थित ईंट भट्ठे से सामान लाने के लिए घर से गए थे। देर तक वापस न आने पर रवि ने उन्हें फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अंततः एक व्यक्ति ने फोन उठाया, खुद को एंबुलेंस चालक बताते हुए कहा कि उसके पिता का एक्सीडेंट हुआ है और वह ढोडपुर पुल के पास घायल हैं। रवि कुमार तुरंत अपने परिजनों के साथ सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस केस और जांच
पुलिस ने हादसे के संबंध में यूपी नंबर के ट्रैक्टर चालक के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। चालक की लापरवाही और तेज रफ्तार के कारण हादसा हुआ था, जिससे संटू मांझी की जान गई। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और चालक की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
परिजनों की पीड़ा
संटू मांझी के बेटे रवि कुमार ने बताया कि उनके पिता का एक्सीडेंट यूपी नंबर के ट्रैक्टर ने किया है। यह चालक तेज रफ्तार में था और लापरवाही से चल रहा था। उनकी मौत से परिवार को गहरा दुख हुआ है और अब वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।