Nafe Singh Rathi Murder : इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी प्रदेश के दिग्गज राजनीतिक नेता थे। दो साल पहले इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष की कमान संभालने वाले नफे सिंह राठी कुश्ती के शौकीन भी थे। नफे सिंह आज भी राजनीति के अखाड़े में अपने प्रतिद्वंदियों को मात देते आ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि सड़क पर चलते समय हमलावरों ने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के बाद चारों से गम और दहशत का माहौल बना है। जिस प्रकार इनेलो के दिग्गज नेता राइी की सरेआम गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई, वही इससे यह साफ जाहिर होता है कि हरियाणा आमजन बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। बता दें कि करीब 65 वर्षीय नफे सिंह राठी के परिवार में उनके दो बेटे हैं। जिनका नाम भूपेंद्र और जितेंद्र हैं। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने नफे सिंह राठी को दो साल पहले ही पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था।

अभय चौटाला ने एक्स पर लिखा है कि इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक नफे सिंह हमारे बीच नहीं रहे। उन पर हुए कायराना हमले से पूरा इनेलो परिवार स्तब्ध है। नफे सिंह पार्टी ही नहीं, हमारे परिवार का हिस्सा थे। वह मेरे भाई समान थे। वहीं अभय चौटाला ने प्रदेश सरकार पर सवाल उठाते हुए लिखा है कि नफे सिंह ने हाल ही में मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, डीजीपी और कमिश्नर से मिलकर खुद पर हमला होने की आशंका जताकर सिक्योरिटी की मांग की थी, लेकिन सरकार ने राजनीति के तहत उन्हें सिक्योरिटी उपलब्ध नहीं करवाई।

अभय ने सवाल उठाया कि ऐसे में क्या सरकार राठी की हत्या में बराबर की दोषी नहीं है? अभय चौटाला ने हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पर कई संगीन आरोप लगाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना की जिम्मेदार राज्य सरकार है। साथ ही अभय चौटाला ने राठी की हत्या की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है।

अभय चौटाला ने कहा कि आज जो घटना हुई है, इसकी जिम्मेदार राज्य सरकार है। नफे सिंह राठी ने मुझे 6 महीने पहले बताया था कि पुलिस ने उन्हें सूचित किया था कि उनकी जान खतरे में है और उन पर कभी भी हमला हो सकता है। इस बारे में राठी ने मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, डीजीपी से मिलकर खुद पर हमला होने की आशंका जताई थी। साथ ही मामले की जांच करने और उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की थी। इस बारे में पूर्व विधायकों ने भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी थी, लेकिन नफे सिंह राठी को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।

अभय चौटाला ने आरोप लगाया है कि जिन्हें सुरक्षा की जरूरत है, उन्हें वह नहीं मिल रही है, बल्कि जो कई मामलों में आरोपी हैं, उन्हें सुरक्षा दी जा रही है। चौटाला ने कहा कि वह इस घटना के लिए स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री को जिम्मेदार मानते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर कोई लिखकर दे रहा है कि उसकी जान को खतरा है तो मुख्यमंत्री को जांच करानी चाहिए थी और उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाई जानी चाहिए थी।

नफे सिंह राठी की मौत पर राजनेताओं की प्रतिक्रियाएं शुरू
उधर राठी की हत्या के बाद हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का कहना है कि उन्हें राठी की मौत का दुख है। अनिल विज ने कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने के लिए कह दिया है। एसटीएफ भी हरकत में आ चुकी है, बहुत जल्दी एक्शन ले लिया जाएगा।

हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नफे सिंह की हत्या पर दुख जताते हुए मनोहर सरकार पर सवाल उठाए हैं। हुड्डा का कहना है कि राज्य में इस तरह के हालात न बनें, इसके लिए विपक्ष ने बार-बार सड़क से लेकर विधानसभा तक इस मुद्दे को उठाया और सरकार को चेताया। सरकार की अनदेखी के चलते प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर का दिवाला निकल चुका है। हुड्डा ने कहा कि वह राजनेता के तौर पर नहीं, बल्कि एक हरियाणवी होने के नाते राज्य के हालात को लेकर चिंतित हैं। हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित राज्य बन चुका है। खुद केंद्र सरकार की रिपोर्ट चीख-चीखकर इसकी गवाही देती है।
लॉरेंस बिश्नोई पर मर्डर का शक
बताया जा रहा है कि हमलावरों ने नफे सिंह की कार पर एक के बाद एक फायरिंग की। माना जा रहा है कि यह पहले से ही प्लान के तहत रेकी का मामला भी हो सकता है। हत्यारों ने पूरी योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दिया है। जिससे पता चलता है कि हत्या को पूरी तरह से रेकी करने के बाद अंजाम दिया गया है। माना जा रहा है कि इस हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ होने का शक है। सूत्रों की मानें तो इस नरसंहार की पूरी स्क्रिप्ट लॉरेंस ने जेल के अंदर से ही अपनी काली कलम से लिखी है। सूत्रों के मुताबिक हत्या के पीछे संपत्ति विवाद लग रहा है।
नफे सिंह राठी का राजनीतिक सफर
बता दें कि नफे सिंह राठी दो बार बहादुरगढ़ विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। साथ ही दो बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन भी रहे। अब करीब दो सालों से वह इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष और ऑल इंडिया इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। इतना ही नहीं, नफे सिंह राठी ने रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। बता दें कि उन पर पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे जगदीश नंबरदार की आत्महत्या के मामले में मृतक को प्रताड़ित करने का आरोप था। जिसमें वह अग्रिम जमानत पर थे।