Gurugram दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बढ़ते जाम से निपटने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। इसके तहत 42 किलोमीटर लंबी ग्रेटर सर्दर्न पेरिफेरियल रोड (एसपीआर) का निर्माण किया जाएगा, जो यातायात की भीड़भाड़ को कम करने में सहायक होगी।
एयरपोर्ट पहुंचने में होगी आसानी
यह परियोजना दिल्ली इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डॉयल) द्वारा किए गए ट्रैफिक सर्वे के आधार पर प्रस्तावित की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने वाले यातायात का अधिकांश हिस्सा दिल्ली-जयपुर हाईवे, ओल्ड दिल्ली रोड, और एमजी रोड से आता है, जिससे यात्रियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ग्रेटर एसपीआर के निर्माण से यात्रियों को एयरपोर्ट पहुंचने में आसानी होगी और यात्रा का समय कम होगा।
3950 करोड़ रुपये का है प्रोजेक्ट
हालांकि, इस सड़क के निर्माण के लिए आवश्यक 395 एकड़ भूमि का अभी तक अधिग्रहण नहीं किया जा सका है। जीएमडीए ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से इस परियोजना के लिए सहायता मांगी है, क्योंकि अनुमानित लागत लगभग 3950 करोड़ रुपये है।
मानेसर से सिरहोल टोल तक मिलेगी राहत
ग्रेटर एसपीआर सिरहौल टोल प्लाजा से शुरू होकर एमजी रोड के समीप से गुजरते हुए गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड और फिर गुरुग्राम-सोहना हाईवे (एनएच-248ए) तक पहुंचेगा। इस सड़क के बनने से मानेसर से सिरहोल टोल प्लाजा तक दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यातायात दबाव कम होगा, और यात्रियों को राजीव चौक के जाम से बचने का अवसर मिलेगा।
प्रोजेक्ट पर होनी है अहम बैठक
इस प्रोजेक्ट को लेकर जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक संभवत: मंगलवार को आयोजित की जाएगी, जिसमें डॉयल और गुरुग्राम की अन्य एजेंसियों के अधिकारी शामिल होंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, वर्ष 2031 तक एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या 124 मिलियन तक पहुंचने की संभावना है, जो वर्तमान में 65 मिलियन है। इस वृद्धि को ध्यान में रखते हुए ग्रेटर एसपीआर का निर्माण एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जो यातायात को सुगम बनाने में सहायक होगा।