Haryana शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 26 दिसंबर का स्थानीय अवकाश रद्द करने का आदेश जारी किया है। सरकारी व प्राइवेट स्कूलों की 26 दिसम्बर की छुट्टी रद्द बाल दिवस बनाने के निर्देश अध्यापक संघ ने की 27 से 31 दिसम्बर के बीच में स्थानीय अवकाश करने के लिए सरकार से किया आग्रह।
क्या है आदेश?
यह निर्णय शिक्षा विभाग द्वारा लिया गया है। सभी सरकारी और निजी स्कूलों में इस दिन सामान्य शैक्षणिक गतिविधियां चलेंगी। स्थानीय अवकाश रद्द करने का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है।
प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी
यह आदेश पूरे राज्य के स्कूलों पर लागू होगा। छात्रों, अभिभावकों, और स्कूल प्रबंधन से इस बदलाव के अनुसार तैयारियां करने की अपील की गई है।
26 दिसंबर: वीर बाल दिवस
हर साल 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है, जो सिख इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिवस सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों की वीरता और बलिदान को समर्पित है।
वीर बाल दिवस का महत्व
इस दिन को साहिबजादा जोरावर सिंह (9 वर्ष) और उनके छोटे भाई बाबा फतेह सिंह (5 वर्ष) की अदम्य साहस और धर्म के प्रति निष्ठा को याद करते हुए मनाया जाता है। 26 दिसंबर, 1705 को मुगल सेनापति वजीर खान ने धर्म परिवर्तन से इनकार करने पर दोनों साहिबजादों को जिंदा दीवार में चुनवा दिया था।
सिख धर्म और साहिबजादों का बलिदान
साहिबजादों का यह बलिदान धर्म, सत्य और न्याय के लिए उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह दिवस उनके बलिदान और वीरता को सम्मानित करने और आने वाली पीढ़ियों को उनकी प्रेरक गाथा से परिचित कराने के लिए मनाया जाता है। भारत सरकार द्वारा भी वीर बाल दिवस को आधिकारिक मान्यता दी गई है, जिससे यह दिवस देशभर में प्रेरणा और श्रद्धा का प्रतीक बन गया है।