23 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के Saharanpur में एक कार में हरियाणा के सोनू की जली लाश मिली थी। पुलिस ने इस हत्या मामले में सोनू के दोस्त डॉक्टर मुबारिक को गिरफ्तार किया।
कर्ज से मुक्ति के लिए की हत्या
पुलिस जांच में पता चला कि डॉक्टर मुबारिक पर करीब 30 लाख रुपये का कर्ज था। डॉक्टर ने सोचा कि अगर वह कागजों में खुद को मारकर छुप जाएगा तो उसे कर्ज से मुक्ति मिल जाएगी। इसके लिए उसने सोनू को शराब में बेहोशी की दवाई मिलाकर पिला दी और फिर पेट्रोल डालकर कार में आग लगा दी।
क्राइम पेट्रोल से मिला हत्या का आइडिया
डॉक्टर मुबारिक ने इस हत्या की योजना क्राइम पेट्रोल के कई एपिसोड देखकर बनाई थी। उसने सोचा कि इस तरह से वह पुलिस की जांच से बच जाएगा और अपने कर्ज से निजात पा लेगा। पुलिस ने डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद मामले की तफ्तीश तेज कर दी है और मामले को सुलझा लिया है।
बता दें कि पुलिस ने सोनू के घरवालों से संपर्क करना शुरू किया और 26 दिसंबर को सोनू के मामा गुलजार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। गुलजार ने शव की शिनाख्त की और सोनू की चेन और सोने का लॉकेट देखकर उसकी पहचान की। सोनू हबीबगढ़ में किराए पर रहता था। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
जांच में यह सामने आया कि सोनू हबीबगढ़ के अरशद के लकड़ी के कारखाने में काम करता था। पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि घटना के दिन सोनू को डॉक्टर मुबारिक के साथ देखा गया था। इस जानकारी के बाद पुलिस ने डॉक्टर मुबारिक के खिलाफ केस दर्ज किया। एसएसपी ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दो टीमों को रवाना किया।
27 दिसंबर को पुलिस ने डॉ. मुबारिक को यमुना नहर की पटरी के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में डॉक्टर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि सोनू उसका दोस्त था और दोनों अक्सर साथ में शराब पीते थे। डॉक्टर ने योजना बनाई थी कि वह 30 लाख रुपये के कर्ज माफ कराने और बीमा की राशि प्राप्त करने के लिए सोनू को मार डाले। पुलिस ने डॉक्टर मुबारिक को गिरफ्तार कर मामले की पूरी तहकीकात की।