सुप्रीम कोर्ट और पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट व बार कौंसिल पंजाब हरियाणा के सदस्य वासु रंजन शांडिल्य ने चंडीगढ़ स्थित राजभवन में पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से शिष्टाचार भेंट की।
भेंट के मुख्य बिंदु
- हनुमान जी की प्रतिमा भेंट: इस अवसर पर एडवोकेट शांडिल्य ने महामहिम राज्यपाल को भगवान हनुमान जी की विशाल प्रतिमा भेंट की। यह प्रतिमा शक्ति, समर्पण, और निस्वार्थ सेवा का प्रतीक है।
- मुफ्त कानूनी सेवा की चर्चा: एडवोकेट शांडिल्य ने राज्यपाल को अपने समाज सेवा के कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वे गरीब और असहाय लोगों को मुफ्त कानूनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, जो उनके सामाजिक दायित्व का हिस्सा है।
- संविधान के प्रति प्रतिबद्धता: एडवोकेट शांडिल्य ने संविधान के प्रति अपनी निष्ठा दोहराई और कहा कि वे अंतिम नागरिक तक न्याय और अधिकार सुनिश्चित करने के लिए तत्पर हैं।
राज्यपाल की प्रतिक्रिया
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने एडवोकेट शांडिल्य के जनहित में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्गों को न्याय दिलाने के प्रयास प्रेरणादायक हैं। राज्यपाल ने वासु रंजन शांडिल्य की सादगी और समाज के प्रति उनके समर्पण को विशेष रूप से सराहा।
एडवोकेट शांडिल्य का बयान
शांडिल्य ने महामहिम राज्यपाल की कार्यशैली और जनहित के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मिलकर मन प्रसन्न हुआ। उनकी जमीन से जुड़ी कार्यशैली से बहुत कुछ सीखने को मिला।”
इस शिष्टाचार भेंट ने एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य और राज्यपाल के बीच एक सार्थक संवाद का अवसर प्रदान किया, जिसमें समाज और न्याय के प्रति उनकी साझा प्रतिबद्धता उजागर हुई।