➤ दिल्ली दौरे पर पीएम मोदी और जेपी नड्डा से मिले सीएम नायब सैनी
➤ योजनाओं की प्रगति, चुनावी वादों और संगठनात्मक गतिविधियों पर हुई चर्चा
➤ सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर हरियाणा के मुद्दों पर फीडबैक लिया
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपने दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर पूरी तरह सक्रिय नजर आए। दौरे के दूसरे दिन उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर प्रदेश में चलाई जा रही योजनाओं, खासकर विधानसभा चुनावों में किए गए वादों, लाडो लक्ष्मी योजना और कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) की प्रगति की जानकारी दी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने इन योजनाओं पर फीडबैक भी लिया और हरियाणा में इनके बेहतर क्रियान्वयन पर संतोष जताया।

प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री सैनी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी बैठक की, जिसमें संगठनात्मक गतिविधियों और पार्टी की आगामी रणनीतियों को लेकर चर्चा की गई। सैनी ने हरियाणा में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे की स्थिति और जमीनी स्तर की तैयारियों की जानकारी साझा की।

मुख्यमंत्री का यह दौरा केवल उच्चस्तरीय मुलाकातों तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने पहले दिन हरियाणा के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के साथ बैठक कर उनके क्षेत्रों की समस्याएं सुनीं और उनका समाधान प्राथमिकता से करवाने का आश्वासन भी दिया।
दिल्ली प्रवास के दौरान उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, सांसद धर्मबीर सिंह, नवीन जिंदल, रामचंद्र जांगड़ा, डॉ. रेखा शर्मा और कार्तिकेय शर्मा से भी वन-टू-वन मीटिंग की। राव इंद्रजीत सिंह ने विशेष रूप से रेवाड़ी के माजरा में बन रहे एम्स के पास रेलवे ओवर ब्रिज की मांग रखी, जिस पर सीएम ने गंभीरता से संज्ञान लिया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मुलाकात की। इस बैठक में हरियाणा की जंगल सफारी योजना, पंजाब के साथ एसवाईएल विवाद पर हुई चर्चा और कई विकास संबंधी मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
दूसरे दिन मुख्यमंत्री संसद भवन भी पहुंचे, जहां वे कई पुराने साथी सांसदों से मिले और संसद के अपने पुराने अनुभव साझा किए। चंडीगढ़ लौटने के बाद सीएम सैनी प्रदेश के यूट्यूब क्रिएटर्स के साथ एक विशेष संवाद सत्र में भी भाग लेंगे, जहां उनके मीडिया सलाहकार राजीव जेटली भी मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री का यह दौरा न केवल केंद्र से समन्वय बनाने की दिशा में प्रभावशाली रहा, बल्कि संगठन, प्रशासन और विकास योजनाओं के समेकन में भी एक महत्वपूर्ण कड़ी सिद्ध हुआ है।