हरियाणा के रेवाड़ी जिले में पिछले महीने दीपावली से पहले खरीदे गए खाद्य पदार्थों में से 10 में कमी पाई गई है। जिला खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन की टीम ने पनीर, दही, छैना, काजू, खोया, घी, दूध, और सॉस के सैंपल लिए थे। इनमें पनीर, दूध, और दही ज्यादा फेले हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि मिलावटी और निम्नस्तरीय खाद्य सामग्री से लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है, और इस पर कड़ी कार्रवाई होगी। सैंपलों में स्टैंडर्ड खाद्य सामग्री की नकली भी हो सकती है, जिस पर जांच की जाएगी। इसमें कुछ नामी मिठाई बाजार और होटल शामिल हैं। इनसे मिली खाद्य सामग्री में कमी है।
30 मामले कोर्ट में पेश हैं, जिन पर अभी तक 7 मामलों में फैसला हुआ है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. दीपक चौधरी ने बताया कि सैंपलों को 3 श्रेणियों में बांटा गया है – स्टैंडर्ड, अनसेफ, और लेवल। स्टैंडर्ड में कमी पाई जाने पर 5 लाख रुपए तक का जुर्माना लगता है। अनसेफ में हानिकारक कोई बदलाव होने पर 6 महीने की सजा और 5 लाख रुपए तक का जुर्माना हो सकता है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. दीपक ने बताया कि विभाग लगातार मिलावटी व्यापारियों पर नजर रख रहा है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।