राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और शिक्षा मंत्री Mahipal Dhanda ने राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद विभिन्न राज्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हरियाणा में 27 साल बाद यह भव्य विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित हो रही है। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में 50,000 से 1 लाख विद्यार्थी भाग लेंगे और इसे बच्चों के कौशल और भविष्य के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।
महिपाल ढांडा ने इस अवसर पर जानकारी दी कि पूरे देश में 2030 तक नई शिक्षा नीति लागू की जाएगी, जबकि हरियाणा में इसे 2025 तक लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस नीति के निर्माण में समाज के सभी वर्गों की राय ली जा रही है।
जर्जर स्कूलों की स्थिति पर चिंता
मंत्री ने राज्य के जर्जर स्कूलों को लेकर चिंता जताई और कहा कि जल्द ही सर्वे के आधार पर इन स्कूलों का कायाकल्प किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों की सभी आवश्यकताओं को लेकर जिलों के शिक्षा अधिकारियों से बैठक की जाएगी और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने के लिए सुझाव मांगे जाएंगे।
खेल रत्न पर विचार
मंत्री महिपाल ढांडा ने खेल रत्न पुरस्कार के बारे में कहा कि इसके लिए कुछ निर्धारित पैमाने होते हैं और वह इस पर ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। शिक्षा मंत्री ने बताया कि हरियाणा में 95% टीचर की कमी पूरी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मीटिंग कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी स्कूल में टीचर की कमी न रहे।
नशे के खिलाफ संघर्ष और पंचायतों को भेजी गई जानकारी
महिपाल ढांडा ने नशे के खिलाफ समाज की एकजुटता की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि सरकार इस मुद्दे पर जल्द और सख्त कदम उठाएगी। इसके अलावा, उन्होंने जर्जर स्कूलों के लिए पंचायतों को पत्र भेजकर उनकी स्थिति सुधारने की बात की।
मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी की स्थिति को मजबूत बताया और कहा कि अगले चुनाव के लिए पार्टी पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में खेल सामग्री को जबरदस्ती भेजने की शिकायतों की जांच करवाई जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सही तरीके से वितरित हो। महिपाल ढांडा ने राई स्पोर्ट्स और स्कूलों में कर्मचारियों की भर्ती के बारे में बताया कि 8,000 कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया जारी है और एचपीएससी इस पर काम कर रही है।