पलवल में एक को-ऑपरेटिव सोसाइटी बैंक के मैनेजर ने एक किसान से ठगी करते हुए उससे आठ लाख रुपए की मांग की थी। यहां तक कि जब किसान ने पैसे वापस मांगे, तो मैनेजर ने उसे धमकियां दीं और जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद पुलिस ने किसान की शिकायत पर मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
चांदहट थाना प्रभारी दलबीर सिंह के अनुसार थंथरी गांव में रहने वाले किसान ज्ञान सिंह ने बताया कि उन्हें वर्ष 2020 में डेयरी खोलने के लिए आठ लाख रुपए की जरूरत थी। जिसके लिए उन्होंने अपनी भूमि पर आठ लाख रुपए का लोन लेने के लिए सोसाइटी बैंक में आवेदन किया। लोन स्वीकृत होने पर पहली किस्त के रूप में उन्हें दो लाख रुपए मिले, जो मैनेजर जगन तेवतिया ने उनसे वापस ले लिए। किसान ने बताया कि मैनेजर ने उनसे कहा कि पहले से ही 50 हजार रुपए लिए हुए लोन में कटौती हो जाएगी और उन्हें एनओसी के लिए एक लाख रुपए नए लोन की 10 प्रतिशत कमीशन के रूप में 80 हजार रुपए और भैंसों के बीमा के रूप में 20 हजार रुपए चाहिए। किसान ने मैनेजर से कहा कि 10 प्रतिशत कमीशन लोन देने में नहीं होता और उन्होंने एनओसी के लिए ज्यादा पैसे लिए हैं। उनका कहना है कि भैंस का बीमा भी 225 रुपए में हो सकता है, लेकिन मैनेजर ने उनसे धोखाधड़ी करके दो लाख रुपए लिए हैं।

किसान ने सितंबर 2020 में पैसे वापस लेने के लिए बैंक जाने का फैसला किया, लेकिन मैनेजर ने उन्हें गालियां देकर पैसे नहीं दिए। मैनेजर ने उन्हें बताया कि वह जो भी लोन देते हैं, उसका कमीशन लेते हैं। किसान का आरोप है कि उन्होंने लोन की सारी किस्तें मैनेजर को दी हैं, लेकिन अब तक उन्हें न तो कोई रसीद मिली है और न ही एनओसी दी गई है। मैनेजर ने किसान को धमकी भी दी कि अगर उन्होंने किसी कानूनी कार्रवाई की कोशिश की तो उन्हें सड़क हादसे में मार दिया जाएगा या किसी झूठे केस में फंसा दिया जाएगा। किसान ने बताया कि उन्होंने हलका पटवारी के पास जाकर देखा तो उनकी जमाबंदी पर आठ लाख रुपए का लोन दर्ज है, जबकि उन्हें इतने पैसे मिले ही नहीं।