Samalkha Municipality

Panipat : संघर्ष मोर्चा का संघर्ष लाया रंग, सरकार ने पालिका सीमा विस्तार का फैसला लेते हुए जारी किया ड्राफ़्ट नोटिफिकेशन

पानीपत बड़ी ख़बर हरियाणा

(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) पिछले 28 वर्षों से पालिका सीमा वृद्धि नहीं होने से नारकीय जीवन व्यतीत कर रहे पानीपत के खंड समालखा व इसके साथ  लगते तीन गांवों की कॉलोनियों के लोगों के लिए खुशी की खबर है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने समालखा पालिका सीमा विस्तार का फैसला लिया है। पालिका सीमा विस्तार के लिए पिछले करीब दो वर्ष से संघर्षरत समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा ने सरकार के इस निर्णय को जनता की बड़ी जीत बताया है।

समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा के संयोजक कामरेड पीपी कपूर का कहना है कि गत 28 वर्षों से पालिका सीमा विस्तार नहीं होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा का संघर्ष रंग लाया है। कपूर का आरोप है कि कुछ जगहों को नगर पालिका अवैध कॉलोनी और पालिका सीमा से बाहर बताकर यहां कोई विकास कार्य नहीं करवा रही है। संबंधित ग्राम पंचायत भी यहां कोई विकास कार्य करवाने में असमर्थ है। अब इन जगहों पर विकास कार्यों की उम्मीद जगी है। कपूर ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2019 में गांव जौरासी में आयोजित जनसभा में पालिका सीमा विस्तार की घोषणा की थी, लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। घोषणा करने के बावजूद सरकार अपना किया हुआ वादा भूल गई थी। साथ ही किसी भी विधायक ने इस घोषणा को अमलीजामा पहनाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया।

वहीं समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा ने मुख्यमंत्री की सीमा विस्तार की घोषणा को पूरा करवाने के लिए कदम बढ़ाया। मोर्चा ने लगातार पिछले दो वर्ष तक धरने, प्रदर्शन और नुक्कड़ सभाएं करके संघर्ष जारी रखा। इसके साथ नगर पालिका प्रशासन को पालिका सीमा के विस्तार का नक्शा बनाकर सौंपा गया, ताकि समालखा नपा सीमा विस्तार किया जा सके।

इस मौके पर समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा के संयोजक कामरेड पीपी कपूर, बिजेंद्र धीमान, रोहित लाहोट, गफ्फार खान और अनिल पांचाल ने सरकार के इस  निर्णय पर खुशी व्यक्त करते हुए समालखा वासियों को शुभकामनाएं दी हैं।

इन कॉलोनियों को मिलेगा पालिका सीमा विस्तार का लाभ

पीपी कपूर के अनुसार पालिका सीमा विस्तार में रेवेन्यू  एस्टेट समालखा और भापरा का पूरा रकबा शामिल किया गया है। समालखा की सीमा के साथ लगते गांव पावटी, गांव पट्टीकल्याणा और गांव किवाना के रकबा की कॉलोनियों को  भी नगर पालिका में शामिल किया गया है। नेस्ले रोड पर गांव किवाना के रकबे में स्थित नेस्ले फैक्टरी और पट्टीकल्याणा की महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती, श्रीतारा एन्क्लेव कॉलोनी के पूरे एरिया को भी पालिका सीमा के अंतर्गत शामिल किया गया है।

इनके अलावा रेलवे लाइन पार की भरत नगर कॉलोनी, शास्त्री  कॉलोनी और गांव पावटी के रकबे की मयूर विहार कॉलोनी, चंदन गार्डन कॉलोनी, सीताराम कॉलोनी एक्सटेंशन, संगम कॉलोनी एक्सटेंशन, प्रीतम पुरा एक्सटेंशन, नई अनाज मंडी के पीछे बजरंग कॉलोनी, नरायणा रोड की सांसी कॉलोनी, चोपड़ा  कॉलोनी आदि करीब 20 कॉलोनियों को इस सीमा विस्तार का लाभ मिलेगा।