Panipat : देशबंधु गुप्ता राजकीय कॉलेज(Deshbandhu Gupta Government College) सहायक प्रोफेसर इतिहास के पद पर कार्यरत ग्रीनमैन दलजीत कुमार(Green Man Professor Daljit) ने पर्यावरण को प्रदूषण(saving the environment) से बचाने के लिए 2014 में मुहिम शुरू की थी। ये मुहिम उनके द्वारा लगाए गए पौधों की तरह वृक्ष का रूप धारण कर चुकी है। वह अब तक चार बॉटनीकल गार्डन(Botanical Garden), चार हर्बल गार्डन, चार ऑक्सीजन पार्क, तीन नैनो हर्बल गार्डन, राजकीय महाविद्यालय इसराना में नर्सरी और जैविक खाद केंद्र, राजकीय महाविद्यालय बड़ौता, सोनीपत में जैविक खाद केंद्र, राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय रोहतक में जैविक खाद केंद्र(Organic Fertilizer Center) स्थापित किए।
देशबंधु गुप्ता राजकीय महाविद्यालय पानीपत में पक्षी विहार स्थापित करके राष्ट्रीय पक्षी मोर का संरक्षण कर रहे हैं। इस पक्षी विहार में विभिन्न प्रजातियों के सैंकड़ों पक्षी निवास कर रहे हैं। प्रोफेसर दलजीत कुमार के पर्यावरण संरक्षण के निश्वार्थ कामों से हजारों विद्यार्थी और समाजसेवी संस्थाओं के लोग जुड़ गए हैं। मूलरूप से जिला रोहतक, तहसील महम के गांव बैंसी के रहने वाले दलजीत कुमार ने बताया कि 24 मार्च 2012 में उन्होंने हायर एजुकेशन ज्वॉइन किया था। उनकी पहली पोस्टिंग राजकीय महाविद्यालय गोहाना में थी। जुलाई 2014 में उनका ट्रांसफर इसराना के सरकारी कॉलेज में हो गया। उस वक्त कॉलेज के हालात काफी दयनीय थे। कॉलेज में चारों तरह जंगली घास और पटेरे उगे हुए थे। हरियाली के नाम पर कुछ ही पेड़ थे। फरवरी 2015 उन्होंने कॉलेज को हरा-भरा करने का बीड़ा उठा लिया। इको क्लब का गठन करके इसराना महाविद्यालय में बिना महाविद्यालय का पैसा खर्च किए लॉन व सुंदर हैज स्थापित करने का अतिमहत्वपूर्ण काम किया। जिससे महाविद्यालय के सौंदर्यीकरण में चार चांद लग गए।
2017 में वृक्ष मित्र समूह का गठन करके महाविद्यालय से बाहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, श्मशान घाट, चौपाल, स्कूल, गौशाला, तालाब, स्टेडियम, मंदिर आदि स्थानों पर विद्यार्थियों और गांव के गणमान्य लोगों के साथ पौधारोपण अभियान चलाकर पौधे रोपित किए व उनका संरक्षण किया। अपने वेतन का 5 से 10% तक पर्यावरण के लिए खर्च करना शुरू किया, जो खर्च अब 15 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ चुका है। इको क्लब के विद्यार्थियों के सहयोग से देशबंधु गुप्ता राजकीय महाविद्यालय पानीपत में हर्बल-बॉटनीकल गार्डन स्थापित किया। वहां अब हजारों की संख्या में पेड़-पौधे हैं। अभी तक पच्चीस हजार से अधिक पौधे रोपित कर चुके हैं और हजारों विद्यार्थियों और गणमान्य लोगों को अपनी मुहीम (धन्यवाद नही एक : पौधा लगाएं) और दूसरी मुहीम (एक पौधा अपने लिए : एक पौधा) अपने माता-पिता के नाम पर हर साल लगाएं से जुड़ चुके हैं।
छुट्टी के दिन भी पौधों की सेवा
30 सितम्बर, 2021 में उनका देशबंधु गुप्ता राजकीय कॉलेज पानीपत में ट्रांसफर हो गया। यहां भी इसराना कॉलेज जैसे हालात थे। यहां आते ही उन्होंने ईको क्लब बनाया। जिसमें 200 से विद्यार्थियों को जोड़ा। विद्यार्थियों व कॉलेज के माली के सहयोग से बिना महाविद्यालय का एक भी पैसा खर्च किए बॉटिकनिकल गार्डन व हर्बल गार्डन बनाकर इनका रखरखाव कर रहे है। बॉटनीकल गार्डन में एक हजार से ज्यादा पेड़ हैं। हर्बल गार्डन में 120 विभिन्न प्रजातियों के औषधीय पौधे हैं।
जुड़ते गए लोग, बढ़ता गया हौंसला
लोगों ने उन्हें ग्रीन मैन के नाम से पुकारना शुरू कर दिया। कई समाजसेवी संस्था व प्रकृति प्रेमी उनसे जुड़ते चले गए। अपने विद्यार्थियों के सहयोग से सिविल अस्पताल पानीपत, बह्माकुमारी आश्रम एल्डिको में नैनो हर्बल गार्डन स्थापित किया है। उनका अभियान हर घर हर्बल- 100 घर नैनो हर्बल-2024 के अंतर्गत 15 घरों में नैनो हर स्थापित किए जा चुके है। प्रोफेसर दलजीत कुमार अपने निजीकोष से राजकीय महाविद्यालय बरवाला, पंचकूला व राजकीय महाविद्यालय घरौंडा, करनाल में भी हर्बल बॉटनिकल गार्डन व ऑक्सीजन पार्क स्थापित कर चुके है।
ग्रीन भारत उद्देश्य पर अभियान जारी
शहीद स्मारक पानीपत का सौन्द्रीयकर्ण का काम लगातार जारी है। ग्रीनमैन प्रोफेसर दलजीत कुमार की हर्बल गार्डन की मुहीम पूरे हरियाणा में फैल चुकी है। हर-घर हर्बल-100 घर नैनो हर्बल गार्डन अभियान के अंतर्गत हर घर-ग्रीन, ग्रीन-पानीपत, ग्रीन-हरियाणा, ग्रीन-भारत उद्देश्य पर प्रोफेसर दलजीत कुमार का अभियान जारी है। अब तक 70 से अधिक स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयो में हजारों विद्यार्थियों और जनसाधारण को लेक्चर के माध्यम से जागरूक करके पर्यावरण संरक्षण अभियान से जोड़ चुके हैं।
100 से अधिक संस्थाएं कर चुकी सम्मानित
पर्यावरण संरक्षण के निश्वार्थ कामों के लिए 100 से अधिक संस्थाओं द्वारा ग्रीनमैन प्रोफेसर दलजीत कुमार को सम्मानित किया जा चुका है। 2019 में वर्तमान राज्यसभा सांसद कृष्णलाल पवर्क हाथों ग्रीनमैन की उपाधि प्राप्त हुई थी और पांच से अधिक बार राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं। 26 जनवरी, 2024 को पर्यावरण के क्षेत्र में शानदार काम करने के लिए हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सम्मानित किया। कल्याणी एजुकेशन वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा पर्यावरण का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है।