हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने आज जिला फरीदाबाद के सिविल अस्पताल का दौरा कर वहां की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का गहन निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने अस्पताल की सुविधाओं, मरीजों की जरूरतों और स्टाफ की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए कई सुधारात्मक कदमों की घोषणा की।
अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों को ध्यान में रखते हुए डॉ. सिंह ने अस्पताल परिसर में विश्राम सदन के निर्माण का प्रस्ताव जल्द भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परिजनों के रुकने की सुरक्षित और सुविधा-संपन्न जगह होना बेहद जरूरी है, जिससे उनकी परेशानियों को कम किया जा सके।
फरीदाबाद में गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की खबर देते हुए निदेशक ने कैंसर केयर यूनिट की स्थापना जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे मरीजों को दिल्ली या अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। साथ ही मानसिक रोग चिकित्सक की तैनाती कर संबंधित सेवाएं शुरू करने का भी आदेश दिया।
डॉ. सिंह ने महिला मरीजों की जांच और देखभाल को प्राथमिकता देते हुए निर्देश दिए कि अल्ट्रासाउंड सेवाओं के लिए महिला रोग विशेषज्ञ (Gynaecologist) की ड्यूटी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि इससे गर्भवती महिलाओं की समय पर जांच संभव हो सकेगी, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकेगी।
मरीजों की निजता और अतिरिक्त सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अस्पताल में प्राइवेट रूम बनाने के निर्देश दिए। साथ ही अस्पताल की सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ करने और सुरक्षा गार्ड्स को वर्दी में रखने के निर्देश भी दिए गए, जिससे आमजन में भरोसा बढ़े और कर्मचारियों की पहचान स्पष्ट हो।
डॉ. सिंह ने सभी जिला स्वास्थ्य संस्थानों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) के तहत प्रमाणित करवाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह कदम संस्थाओं की कार्यकुशलता बढ़ाने के साथ-साथ मरीजों को भरोसेमंद सेवाएं देने में सहायक होगा।
गैर-संचारी रोगों जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और कैंसर की समय पर पहचान को प्राथमिकता देते हुए निदेशक ने जिले में 100% स्क्रीनिंग सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही टीबी मामलों की रिपोर्टिंग में लापरवाही बरतने वाले निजी अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे मामलों में IPC की धारा 269 और 270 के तहत कार्रवाई की जाएगी, जिसमें दो साल तक की सजा का प्रावधान है।
इस निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ. जयंत आहूजा, डॉ. राम भगत सहित अन्य वरिष्ठ डॉक्टर और स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।