Gujrat के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शनिवार को गन्नौर के गांधी नगर स्थित आर्य समाज मंदिर के पुनर्निर्मित भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने आर्य समाज के ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि आर्य समाज ने न केवल देश की आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई, बल्कि नारी उत्थान, शिक्षा प्रसार और समाज से कुरीतियों के उन्मूलन में भी अग्रणी रहा है। उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती को सामाजिक क्रांति का अग्रदूत बताते हुए कहा कि वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने अंग्रेजी शासन में ‘स्वराज’ का नारा दिया, जिससे प्रभावित होकर अनेक क्रांतिकारियों ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया।
राज्यपाल ने कहा कि आर्य समाज द्वारा समाज में व्याप्त अंधविश्वास, पाखंड, सती प्रथा, जात-पात जैसी बुराइयों को समाप्त करने की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किए गए। उन्होंने नारी शिक्षा, विधवा विवाह, भाईचारे, गो-रक्षा और राष्ट्रप्रेम को समाज में पुनर्स्थापित किया। उन्होंने हरियाणा की सांस्कृतिक पहचान और भाईचारे की प्रशंसा करते हुए चिंता जताई कि आज का युवा नशे की ओर बढ़ रहा है, जिससे सामाजिक ताने-बाने पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। उन्होंने युवाओं से नशा त्यागने और आर्य समाज के विचारों से जुड़ने का आग्रह किया।

उन्होंने जानकारी दी कि आर्य समाज द्वारा पूरे देश में युवाओं को जोड़ने के लिए एक विशेष मुहिम चलाई जा रही है। गर्मियों की छुट्टियों में विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें बच्चों को भारतीय संस्कृति, परंपरा और आर्य समाज के सिद्धांतों की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने खानपुर महिला गुरुकुल का उदाहरण देते हुए कहा कि यह संस्था आर्य समाज की देन है, जिसने बेटियों को शिक्षित कर समाज में सशक्त भूमिका निभाने का अवसर दिया।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने प्राकृतिक खेती को समय की आवश्यकता बताते हुए लोगों से रासायनिक खेती छोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि केमिकल और पेस्टीसाइड के अत्यधिक प्रयोग से भूमि बंजर हो रही है और जल स्रोत प्रदूषित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि माँ के दूध में भी यूरिया की मात्रा पाई गई है, जो वर्तमान खाद्य प्रणाली की गंभीर स्थिति को दर्शाता है। उनका मानना है कि प्राकृतिक खेती ही इन समस्याओं का समाधान है, जिसमें खर्च कम और उत्पादन अधिक होता है। इस दौरान उन्होंने आर्य समाज मंदिर को दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की।

कार्यक्रम में मौजूद विधायक देवेंद्र कादियान ने भी आर्य समाज की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि संस्था ने हमेशा अंधविश्वास का विरोध और नारी शिक्षा को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि आर्य समाज के प्रयासों से ही बेटियों के लिए गुरुकुलों की स्थापना हुई, जो आज भी उन्हें आत्मनिर्भर बना रहे हैं। विधायक ने भी कार्यक्रम में मंदिर को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की।
कार्यक्रम में रणदीप कादियान, रेलवे अधिकारी विनीत चड्ढा, राज्यपाल के ओएसडी राजेन्द्र, स्वामी नित्यानंद, आर्य विजयपाल सिंह, रमेश कुमार, अंकित मल्होत्रा, सतपाल पहलवान, यशपाल, संदीप और रामनिवास सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।