हरियाणा में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के सेक्टर-87, गांव कांकरौला में निर्माणाधीन नए कैंपस में सोमवार को डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज में हर्बल गार्डन का उद्घाटन किया गया। साथ ही 10000 पौधे लगाने के अभियान की शुरुआत की गई। विवि प्रशासन की ओर से नए कैंपस को हरा-भरा बनाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है। साथ ही हर्बल गार्डन छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को भविष्य में रोग मुक्त जीवन जीने में मदद करेगा।
विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने तुलसी का पौधा लगाकर हर्बल गार्डन का उद्घाटन किया। इस दौरान कुलपति ने उपस्थित शिक्षकों तथा विद्यार्थियों से पौधों के औषधीय गुणों पर विस्तृत चर्चा की। हर्बल गार्डन सहित पूरे कैंपस में हरियाली के लिए 10 हजार पौधे लगाने की शुरुआत भी की गई। पहले दिन 250 विद्यार्थियों, फैकल्टी सदस्यों, कर्मचारियों, स्थानीय ग्रामीणों और टीबीएफ के सदस्यों ने पौधे लगाए। नियमित तौर पर इन पौधों की देखरेख करके भविष्य में कैंपस में हरियाली बनाए रखने पर काम होगा।
50 प्रकार की किस्म के लगाए हर्बल पौधे
हर्बल गार्डन में हरड़, इमली, जामुन, महुवा, कचनार, आंवला, अमरुद, ,कटमोली, अशोक, बरगद, पीपल, आम और नीम, शहतूत, कबीला सहित 50 प्रकार की किस्म के हर्बल पौधे लगाए गए। जीयू की एनएसएस इकाई और टीबीएफ के संयुक्त तत्वावधान में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
समय निकाल धरा को सुंदर बनाने में दें अपना सहयोग
इस मौके पर कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय के नए परिसर में यह हर्बल गार्डन छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को भविष्य में रोग मुक्त जीवन जीने में मदद करेगा। हर्बल गार्डन से यूनिवर्सिटी के आसपास का वातावरण रोग मुक्त होगा। कुलपति ने कहा कि पृथ्वी को बचाने के लिए पौधारोपण के साथ उसका संरक्षण करना बहुत आवश्यक है। हम सभी को अपने जीवन में समय निकालकर अधिक से अधिक पौधे लगाकर धरती को सुंदर बनाने में अपना योगदान देना चाहिए।