हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र की डेट तय हो गई है और 20 फरवरी को यह सत्र शुरू होगा। इसके बाद से ही हरियाणा कांग्रेस ने सक्रियता बढ़ा ली है और सरकार को घेरने का आयोजन किया है। कांग्रेस ने 7 फरवरी को विधायक दल की बैठक बुलाई है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल होंगे। बैठक में बजट सत्र के मुद्दे पर रणनीति बनाई जाएगी और सरकार द्वारा लिए जा रहे हजारों करोड़ रुपए के कर्ज को लेकर विपक्ष अपनी राय रखेगा।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कर्ज को लेकर सरकार पर आलोचना की है और इस मुद्दे को उठाने का दावा किया है। हुड्डा ने कहा कि उनके आंकड़े सही हैं और अगर गलत हैं, तो सरकार को इसका स्पष्टीकरण करना चाहिए। उन्होंने सांझा किया कि हरियाणा में कर्मचारियों की सैलरी पर भी संकट है और उन्हें देरी से तनख्वाह मिल रही है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक से 19,141 और 17,946 करोड़ रुपए कर्ज लिया है। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक से 14,995 करोड़ रुपए और नाबार्ड से 13,012 करोड़ रुपए कर्ज लिया गया है।
हरियाणा का कर्ज, विपक्ष के आंकड़ों से कम : सीएम
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपक्ष के आंकड़ों को गलत बताने का आरोप लगाया है और उन्होंने कहा कि हरियाणा का कर्ज विपक्ष द्वारा बताए जा रहे आंकड़ों से कम है। उन्होंने बताया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में सरकार 40,872 करोड़ रुपए का कर्ज ले सकती थी, लेकिन उन्होंने केवल 32,500 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है।
विपक्ष पीटे भारत जोड़ो यात्रा का ढिंढोरा : सीएम मनोहर
मनोहर लाल ने बताया कि सरकार ने 2.99 फीसदी रेट पर कर्ज लिया है, जो पूरे देश में सबसे अच्छा है। उन्होंने विपक्ष को मुद्दा नहीं होने का आरोप लगाया और उन्होंने विपक्ष को भारत जोड़ो यात्रा का केवल ढिंढोरा पीटने के लिए कहा। वह सरकार पर लगातार आरोप लगा रहे हैं और उनका कहना है कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है।
विपक्ष ने सरकार को कड़ी चुनौती देने का किया ऐलान
बता दें कि बजट सत्र से पहले हरियाणा में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ रही हैं और विपक्ष ने सरकार को कड़ी चुनौती देने का ऐलान किया है। बजट सत्र में कृषि, उद्योग और सामाजिक क्षेत्र में मुद्दों पर बहस होने की संभावना है। जिससे राज्य की गति और विकास में नई दिशा मिल सकती है।