हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इस वर्ष की परीक्षाओं के मूल्यांकन को अधिक सुचारु, पारदर्शी और छात्र-हितैषी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। बोर्ड अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवन कुमार और सचिव डॉ. मुनीश नागपाल ने जानकारी दी कि सैकेंडरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) फरवरी/मार्च-2025 परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य आज से शुरू हो गया है।
प्रदेशभर में 78 मूल्यांकन केंद्र, 7000+ शिक्षक कर रहे मूल्यांकन
इस कार्य के लिए प्रदेशभर के 22 जिलों में कुल 78 मूल्यांकन केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां लगभग 7030 शिक्षक मूल्यांकन प्रक्रिया में जुटे हैं। यह कार्य 2 अप्रैल से 22 अप्रैल तक चलेगा।
इसके अतिरिक्त, सीनियर सेकेंडरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) परीक्षाओं के उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 3 अप्रैल से 24 अप्रैल तक किया जाएगा। इस कार्य के लिए 4812 प्राध्यापक नियुक्त किए गए हैं।
बोर्ड ने तय की सख्त मूल्यांकन गाइडलाइन
बोर्ड ने स्पष्ट किया कि मूल्यांकन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए पहले दिन एक परीक्षक को 15 उत्तरपुस्तिकाएं जांचनी होंगी, इसके बाद प्रतिदिन 30 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना होगा। इसके साथ ही प्रत्येक परीक्षक द्वारा जांची गई कॉपियों में से 10% उत्तरपुस्तिकाओं की मुख्य परीक्षक द्वारा रैंडम जांच की जाएगी।
बोर्ड अधिकारियों ने परीक्षकों को निर्देश दिए कि मूल्यांकन पूर्ण निष्पक्षता और समयबद्ध तरीके से किया जाए ताकि छात्रों के भविष्य के साथ कोई समझौता न हो।
पर्यवेक्षण और मॉनिटरिंग के लिए गठित उड़नदस्ते
मूल्यांकन प्रक्रिया की निगरानी और निरीक्षण के लिए बोर्ड अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, उप-सचिव और सहायक सचिव के नेतृत्व में विशेष उड़नदस्तों का गठन किया गया है। इसके अतिरिक्त, नवगठित मूल्यांकन केंद्रों पर पहली बार ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं, जो पूरे समय वहां रहकर निगरानी करेंगे।
45 दिनों के भीतर आएगा परीक्षा परिणाम
बोर्ड ने घोषणा की है कि सैकेंडरी और सीनियर सैकेंडरी परीक्षाओं का परिणाम 45 दिनों के भीतर घोषित कर दिया जाएगा।