फतेहाबाद में अपनी मांगों को लेकर पिछले 73 दिनों से हड़ताल कर आंदोलन कर रही आशा वर्कर्स द्वारा बुधवार को टोहाना में विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के ऑफिस के बाहर पड़ाव डाला गया। जिलेभर से टोहाना पहुंची आशा वर्कर्स ने मंत्री कार्यालय के बाहर धरना देते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंत्री से आशा वर्कर्स की मांगों का समाधान करवाने की मांग की।
वहीं आशा वर्कर्स ने कहा कि एक तरफ तो सरकार कह रही है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, लेकिन दूसरी तरफ बेटियों से 24 घंटे काम लेकर उनका शोषण किया जा रहा है। उनसे बातचीत करने के लिए सरकार के पास टाइम नहीं है। धरने को संबोधित करते हुए आशा वर्कर्स की स्टेट लीडर कमलेश, शीला शक्करपुरा व सीटू नेता ओमप्रकाश अनेजा ने कहा कि आशा वर्कर्स की मुख्य मांग न्यूनतम वेतन 26 हजार लागू करने की है।
विभिन्न मांगों को पूरा करने की रखी मांग
इसके अलावा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, इएसआई व ईपीएफ का लाभ देने, रिटायरमेंट की उम्र 65 साल कर पेंशन का लाभ देने, ऑनलाइन काम न करवाने की मांग की गई है। उन्होंने प्रदेश सरकार से यूनियन से बातचीत कर आशा वर्कर्स की मांगों को पूरा करने की मांग की।