चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू ) में रविवार से तीन दिवसीय हरियाणा कृषि विकास मेला शुरू हो गया। कृषि मेले का शुभारम्भ उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कृषि विकास मेले में अध्यक्षता की। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ भी उनके साथ हिसार पहुंची।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री जेपी दलाल, उपराष्ट्रपति की पत्नी सुदेश धनखड़, एचएयू के वीसी प्रोफेसर बीआर कम्बोज, निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इस दौरान मेले की स्टाल का अवलोकन किया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंच पर किसानों को सम्मानित किया। इस दौरान अपने संबोधन की बागड़ी भाषा में राम राम से शुरुआत की। उन्होंने सभी उत्कृष्ट किसानों को उपराष्ट्रपति भवन में आमंत्रित करते हुए वहीं पर अवार्ड देने की बात कही। उन्होंने कहा मेले में आज बदलते भारत की तस्वीर देखी है। यह मेला बहुत दूर तक फैलेगा, किसानों को फायदा होगा।
हरियाणा की माटी में अनोखा दम : जगदीप धनखड़
उन्होने अपने संबोधन में हरियाणा के खिलाड़ियों की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि हरियाणा की माटी में अनोखा दम है। उन्होंने एशियन गेम्स का जिक्र करते हुए कहा कि हरियाणा को बधाई देते हुए कहा कि वो जानना चाहते हैं कि हरियाणा के दूध में ऐसी क्या ताकत है, जो हर जगह परचम लहराते है। चौधरी चरण सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि वो 24 कैरेट गोल्ड थे। उनका दिल और दिमाग किसान के लिए समर्पित था। ये यूनिवर्सिटी उनके नाम पर है, तो ये दिन दुगनी तरक्की करेंगे। किसानों को अन्नदाता और पूजनीय बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि ये किसान भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी में है।
किसानों की मेहनत, हिंदुस्तान विश्व की 5वीं महाशक्ति
हिंदुस्तान उन 5 देशों में था, जिसकी हर कोई सोचता था कि इनका क्या होगा, लेकिन किसानों की मेहनत की वजह से आज हिंदुस्तान विश्व की 5वीं महाशक्ति है। देश में किसानों ने बदलाव लाया है। जल्द हिंदुस्तान विश्व में नम्बर 1 होगा। आज की युवा पीढ़ी में नई सोच को सलाम करते है। आईआई एम वाले करोड़ो के पैकेज वाले युवा आज इस्तीफा दे रहे है, बड़ी बड़ी सरकारी नौकरी करने वाले या अधिकारी तक इस्तीफा देकर वो दूध, सब्जी का व्यापार कर रहे है। देश में आज सबसे ज्यादा सम्भावना कृषि उत्पादन प्रोडक्ट्स की है।
किसानों की दिन दोगुनी, रात चौगनी होगी तरक्की
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के पीएम ने ठान ली है, जो शब्द उन्होंने स्वामीनाथन को श्रदांजनली देते हुए कही ये बड़ी बात है। देश में किसानों के लिए बदलाव आएगा। उन्होंने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि खेत में फसल अच्छी पैदा करो, मार्केट में भी खुद लाओ। खेत में फसल उगाने के बाद वैल्यू एडिशन भी खुद करोगे तो किसान का कल्याण हो जाएगा। किसानों की दिन दोगुनी, रात चौगनी तरक्की होगी।
उपराष्ट्रपति ने की हरियाणा के खिलाड़ियों की तारीफ
किसान के वेल्यू एडीशन करने का काम हरियाणा से हो सकता है, क्योंकि यहां दूध, दही, घी है और इनमें नोजवान की किस्मत है। एशियन गेम्स में मेडल में हरियाणा ने बाजी मारी। देश को 100 से ज्यादा मेडल मिले। हरियाणा एक तिहाई में है और पूरा देश 2 तिहाई में, ये बड़ी बात है। महामहिम उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसान ने अपने दम पर औजार बदले, अब तो तकनीक आ गई है। मन में ठान लोगों की नौकरी करने से अच्छा खेती के प्रोडक्ट्स में वेलुएडिशन करनी है। उन्होंने सरसो और दूसरे प्रोडक्ट के उदाहरण इस दौरान दिए।
राजनीति भी गांव पर आधारित
उन्होंने कहा कि इससे क्रांतिकारी बदलाव आएंगे, विश्व व्यापार बढ़ रहा है। कृषि उत्पादन के निर्यात को युवाओं को समझाए, राजनीति का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीति भी गांव पर आधारित है। मोटे अनाज का जिक्र करते हुए कहा कि इनोवेशन जो हुए है, वो देखते ही बनते है। अगली बार मेले में पूरे दिन का कार्यक्रम बनाकर आने की बात कहीं, देश का भविष्य उज्ज्वल है, क्योंकि किसान कर्मशील है, हमारा किसान जवान अधिकारी भी बनाता है। बस अब किसानों को व्यापार को भी समझना होगा।
गन्नौर में देश की सबसे बड़ी मंडी बना रहे : जेपी दलाल
प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय देश के सर्वश्रेष्ठ विश्विद्यालय में से एक है। किसानों के लिए हम काम कर रहे है, इसीलिए बजट को सरकार ने 5 गुना किया है। 4 हजार करोड़ से ज्यादा फसल खराब के लिए दिए गए है। 830 करोड़ भवन्तर के लिए दिए है। 27 हजार एकड़ खराब खारे पानी की जमींन को ठीक किया है।
आज पद्मश्री किसानों को मिल रहे है। नरेंद्र सिंह को पशुपालन में, आधुनिक खेती में कवल सिंह को मिला। 600 फार्मर्स प्रोड्यूसर बनाए है। गन्नौर में देश की सबसे बड़ी मंडी बना रहे है। हर ब्लॉक में स्टोर और चेन स्थापित करने की कोशिश है। 1 लाख 60 हजार की राशि 1.54 किसानों को दे रहे है। पशु बीमे के लिए काम कर रहे है। 8.52 लाख पशुओं का हरियाणा में बीमा किया है।
आज किसानों की आमदन बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे
उन्होने कहा कि पहली बार पशु वैन हरियाणा में चलाएंगे, पुलिस की तरह ये वेन होगी, जो पशुओं के उपचार के कारगर होगी। इसे लेकर कॉल सेंटर स्थापित होगा। अनाज उत्पादन ही नहीं दूध उत्पादन में भी हरियाणा नम्बर 2 में होगा। 4 हजार 238 में 8 हजार मीटिंक टन झींगा पैदा किया जो अमेरिका जाता है। ड्रिप इरिगेशन में भी हमने काम किया है। आज किसानों की आमदन बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे है।
विश्वविद्यालय ने बनाए 11 प्रोडक्ट : प्रो. बीआर कंबोज
किसानों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कंबोज ने अनाज का महत्व बताते हुए कहा कि ये पौष्टिक तो है ही, इसे स्वादिष्ट भी बनाना है। इसीलिए विश्विद्यालय ने 11 प्रोडक्ट बनाए और गोकुलपूरा में इसका शोध सेंटर बनाना है। 60 पेटेंट यूनिवर्सिटी ने आवेदन किए, जिसमें से 20 मिल चुके है। एक्यूबिशन सेंटर खोला हुआ है, ताकि किसानों को फायदा हो।